ग्राम जंतर की घटना के बाद से क्षेत्र में दहशत
डोंगरगाँव (दावा)। डोंगरगांव थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम जंतर में गुरूवार को मासूम बच्चे का अपहरण कर ले जाने के मामले में पुलिस ने आरोपित महिला यशोदा पोड़ा पिता हरि पोड़ा निवासी ग्राम डुआझर थाना खरियार रोड जिला नुआपाड़ा ओडिशा के विरूद्ध आईपीसी की धारा 363 और 365 के तहत मामला पंजीबद्ध कर शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया जहाँ से उक्त महिला को न्यायायिक अभिरक्षा में जेल भेजे जाने की खबर है.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपित महिला यशोदा गुरूवार को दोपहर 3 बजे समीपस्थ ग्राम जंतर में घर के बाहर खेल रहे डेढ़ वर्षीय बच्चे को उठाकर ले जा रही थी जिसे ग्रामीणों की सतर्कता और पुलिस की तत्परता से उक्त महिला को पकडक़र गंभीर अपराध होने से बचा लिया. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार उक्त महिला के नाम पता को व उसके क्रियाकलापों को लेकर तथा उसके क्षेत्र में आने व किसी के साथ होने जैसे अन्य कडिय़ों की जांच गंभीरता से की जा रही है. आशंका यह भी जताई जा रही है कि इनका पूरा गैंग आसपास के क्षेत्र में सक्रिय हो सकता है. इस संबंध में एसडीओपी घनश्याम कामड़े ने बताया कि उक्त महिला जंतर से बच्चे को उठाकर अपहरण की नियत से जा रही थी, जिसे ग्रामीणों ने पकडक़र मौके पर ही पुलिस के हवाले किया था. उक्त घटना के बाद डोंगरगांव पुलिस ने इस महिला के संबंध में जो भी जानकारी हो वह देने की अपील की है ताकि अन्य गांव में इस प्रकार की घटना घटित ना हो और सभी सुरक्षित रहें.
कोरोना काल में बेखौफ घूम रहे हैं अपराधी
गुरूवार को ग्राम जंतर में घटित अपरहण की घटना के बाद से क्षेत्रवासियों में दहशत है. कोरोना कॉल में अनावश्यक आवाजाही में पूर्णत: प्रतिबंध है.
सार्वजनिक यातायात के साधन बंद हैं परन्तु बावजूद इसके बाहरी संदिग्धों का क्षेत्र में घूमना व बेरोकटोक आवागमन पुलिस के कार्यशैली पर कई सवाल उठाते हैं. ज्ञात हो कि बीते दो तीन दिनों के भीतर जंतर के अतिरिक्त ग्राम पेंडरवानी व रेंगाकठेरा में भी बाहरी चेहरे भिक्षावृत्ति के बहाने गांव में घूमते नजर आये थे हॉलाकि अब पुलिस भी इस मामले में सख्ती बरतने के मूड में है.