- लाकडाउन में शहर में दुकानें रही बंद
- बाजार में पसरा रहा सन्नाटा
- बगैर मास्क के लोगों व बाइक से फर्राटा भरने वालों की पुलिस ने काटे चालान
राजनांदगांव (दावा)। कोरोना संक्रमण के दिनों-दिन होते जा रहे फैलाव व लोगों की हो रही मौते से चिंतित जिला प्रशासन ने शुक्रवार से एक सप्ताह के लिए शहर में लॉक डाउन लगा दिया है। समूचे नगर-निगम क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित कर पुलिस की कड़ी चौकसी लगा दी गई है।
इसके चलते शनिवार को शहर की लगभग सभी दुकाने बंद रही। बाजार में सन्नाटा पसरा रहा। चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा होने के कारण हर आने-जाने वाले पर कड़ी नजर रही।
बेवजह घूमने वालों पर कार्रवाई
महावीर चौक, भदौरिया चौक, महामाया चौक, बसंतपुर, गंज चौक, नंदई चौक आदि जगह बनाए गये चौकसी पांईट में यातायात विभाग व स्थानीय पुलिस लोगो पर नजर रखने तैनात रहे। लाकडाउन अवधि में शहर में बेवजह घूमने वाले तथा गाइड लाइन का उल्लघंन कर बाइक में बैठकर फर्राटा भरने वालों सहित बगैर मास्क लगाए आवागमन करने वालों की पुलिस ने अच्छी खोज खबर की। महावीर चौक पांइ में अपने दल-बल सहित तैनात यातायात टी.आई. नीलकंठ वर्मा ने बताया कि शहर के सभी पाइंटो में लगभग 40-50 लोगों की वजह आवाजाही के लिए धर-पकड़ कर चालान काटे गये।
बाजार में पसरा रहा सन्नाटा
लाकडाउन के चलते शहर में अधिकांश दुकाने बंद रही वही बाजार में सन्नाटा पसरा रहा। केवल अति आवश्यक सेवा के अंतर्गत आने वाली दवाई दुकानें, दूध डेयरी, अस्पताल चालू रहे। लाक डाउन के गाइड लाइन तय समय के अनुसार दूध डेयरी खुले रहने से लोगों ने सुबह ही दूध खरीद लिया।
इधर दवाई दुकानों के दिन भर चालू रहने से अति आवश्यक दवाईयां खरीदने वालों की भीड़ दिखी। गनीमत है कि लोगों ने लाकडाउन के एक-दो दिन पहले घर के जरूरत के सामानों की खरीदी कर ली है।
कोरोना टेस्ट के लिए जागरूकता
शहर में व्याप्त कोरोना के कहर से डरे हुए लोग कोरोना आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए अब ज्यादा दिलचस्पी दिखाने लगे है। स्थानीय म्युनिस्पल ग्राउड में स्थित गांधी सभागृह में लगाए गये कोरोना टेस्ट शिविर में आज लॉकडाउन के दिन भी लोगों की भीड़ दिखी। इधर मेडिकल कालेज अस्पताल में सामान्य सर्दी-खासी बुखार के अलावा एक्सीडेन्टल केस ही ज्यादा दिखे। इन दिनों मेडिकल कालेज अस्पताल अधीक्षक से लेकर स्टीवर्ड व अन्य स्टाफ के अन्य लोगों के कोरोना संक्रमण से संक्रमित होने के चलते लोग अस्पताल में इलाज कराने आने से कतराने लगे है। डाक्टर पारदर्शी प्लास्टिक परदे के पीछे सुरक्षित बैठ कर लोगों का इलाज कर रहे है।
अस्पताल आने वाले लोगों को मुंह में मास्क लगा कर आने तथा सैनिटाइजर का उपयोग करने की हिदायत दी जा रही है। इसके बगैर मरीज को हाथ लगाने से परहेज कर रहे है। अस्पताल में सामान्य सर्दी खासी, बुखार वायरल फीवर के मरीज आने पर उन्हें कोरोना टेस्ट की सलाह दी जा रही है। कोरोना संक्रमण से डरे हुए लोग गांधी सभागृह की ओर रूख कर रहे है। लाकडाउन में भी कोरोना टेस्टिंग के लोगों में आ रही जागरूकता सही मायनों में इस महामारी से बचाव के सराहनीय कदम है इसके साथ ही भीड़-भाड़ का अंग न बनकर सोशल डिस्टेसिंग बनाए रखना मुंह में मास्क लगा कर ही बाहर निकलना, सैनिटाइजर का उपयोग करना कोरोना संक्रमण से अपने आप को बचाना है जिला प्रशासन लाकडाउन के माध्यम से कोरोना की चैन को काटना चाहती है ताकि लोग कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए घरों में अंतर्गत सुरक्षित रहे व सुरक्षित रहे।