संबंधित विभागों द्वारा नहीं की जाती निगरानी, फैक्ट्री प्रबंधकों की चल रही मनमानी
राजनांदगांव (दावा)। जिले में संचालित कारखानों में बिना कोई सुरक्षा व्यवस्था के मजदूरों से काम लिया जा रहा है। सुरक्षा के साधन साधन नहीं होने से मजदूर दुर्घटना के शिकार हो रहे है और अपनी जान भी गवा रहे है। बावजूद इसके जिम्मेदार विभागों द्वारा कारखानों की जांच व निगरानी रखने गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है।
गौरतलब है कि जिले में करीब 100 के आसपास विभिन्न प्रकार के फैक्ट्री संचालित हो रही है। इन फैक्ट्रियों में सैकड़ों मजदूर काम कर रहे है। मिली जानकारी के अनुसार फैक्ट्री प्रबंधकों द्वारा मजदूरों को खतरनाक जगहों पर बिना कोई सुरक्षा साधन के काम लिया जा रहा है। खतरनाक जगहों में काम करने वाले मजदूर दुर्घटना के शिकार हो रहे है।
कोरोना के आड़ में दफ्तर व घरों में कैद है अधिकारी
वर्तमान समय में अधिकारी कोरोना संक्रमण के आड़ में दफ्तरों व घरों में ही कैद है। अधिकारी अपने कर्तब्यों का पालन नहीं कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि श्रम व औद्योगिक विभाग के अधिकारी फैक्ट्रियों में झांकने नहीं जाते। इसकी वजह से फैक्ट्री प्रबंधकों की मनमानी चल रही है और मजदूरों को बिना कोई सुरक्षा साधन के काम कराया जा रहा है। इसकी वजह से मजदूर दुर्घटना के शिकार हो रहे है।
काम के दौरान यह उपकरण जरूरी
काम के दौरान कर्मियों के लिए हेलमेट, सेफ्टी बेल्ट, हाथ में दस्ताने, पैरों में बूट, के अलावा कई उपकरण जरूरी है। जिससे किसी प्रकार की अप्रिय घटना घटने के दौरान उससे निपटने में आसानी मिले। लेकिन फैक्ट्री प्रबंधकों द्वारा मजदूरों को किसी प्रकार का उपकरण मुहैया नहीं कराया जाता है। बगैर उपकरण के नियम के विपरीत मजदूरों से काम कराया जा रहा है।
अंबे भवानी फैक्ट्री में आए दिन हो रही दुर्घटना
जिले में सबसे अधिक फैक्ट्री जिला मुख्यालय से महज 15 किलो मीटर दूर टेड़ेसरा गांव संचालित हो रही है। मिली जानकारी के अनुसार टेडेसरा से लगे जय अंबे स्टील फैक्ट्री में आए दिन मजदूर दुर्घटना के शिकार हो रहे है। बताया जा रहा है कि सप्ताह भर पहले एक मजदूर के उपर प्लेट गिरने से इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। वहीं दो दिन पहले इसी फैक्ट्री में एक मजदूर दुर्घटना के शिकार हुआ है। मजदूरों ने बताया कि फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा मजदूरों को सेफ्टी के लिए कोई साधन उपलब्ध नहीं कराया जाता और खतरनाक जगहों पर काम लिया जाता है। मजदूर बिना सुरक्षा के काम करते हुए दुर्घटना के शिकार हो कर या तो जान गवा रहे है या तो अपाहिज हो रहे है।