कांग्रेस प्रवेश के सुगबुगाहट के बाद विरोध में उठ रहे आवाज, कई जगहों पर फूंके पुतले
राजनांदगांव (दावा)। खैरागढ़ विधायक एवं जोगी कांग्रेस के नेता देवव्रत सिंह के खिलाफ राजनांदगांव जिले के कांग्रेसियों का गुस्सा फूट पड़ा है। रविवार को शहर सहित जिले के मोहला, मानपुर, चौकी, खैरागढ़, डोंगरगांव, डोंगरगढ़ व राजनांदगांव ब्लॉक के सोमनी में देवव्रत सिंह का पुतला फूंका गया है। विधायक देवव्रत सिंह का विरोध कहीं राजनीति से प्रेरित तो नहीं है।
क्योंकि पिछले कुछ समय से विधायक देवव्रत सिंह का कांग्रेस पार्टी में वापसी की चर्चा जोरों पर चल रही थी। विधायक देवव्रत को कांग्रेस में वापस लौटने से रोकने इस तरह के विरोध की चर्चा भी जोरों पर चल रही है। फिलहाल राजनीति किस करवट बैठेगी, यह समय की गर्त में है।
गंडई ब्लाक अध्यक्ष व पार्षदों ने दिया था इस्तीफा
गौरतलब है कि जिले में जोगी कांग्रेस के एक मात्र विधायक देवव्रत सिंह के खिलाफ जिले भर के कांग्रेसियों का गुस्सा तब फूटा जब गंडई के सभी 7 कांग्रेसी पार्षदों ने त्यागपत्र दे दिया। गंडई नगर पंचायत में भाजपा का कब्जा है। आरोप है कि क्षेत्र के विधायक होने के नाते वहां देवव्रत सिंह का खूब हस्तक्षेप रहता है। कांग्रेस के पार्षदों को विकास संबंधी सभी तरह के कार्य से वंचित रखा जा रहा था। लिहाजा पार्षद अपने वार्ड में काम नहीं करवा पा रहे थे। इस बारे में उन्होंने जिला कांग्रेस कमेटी को भी अवगत कराया था। आखिरकार विधायक देवव्रत सिंह के हस्तक्षेप से तंग आकर सभी कांग्रेसी पार्षदों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। गंडई ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष व पार्षदों के इस्तीफा देने से इधर जिले भर में देवव्रत के खिलाफ कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है। हर ब्लॉक में प्रदर्शन और पुतला दहन कर विरोध जताया जा रहा है।
कई जगह पर पुतला फूंक कर जताया विरोध
कार्यों में हस्तक्षेप का आरोप लगाकर गंडई ब्लाक अध्यक्ष और पार्षदों के इस्तीफे के बाद जिले में राजनीति गरमा गई है। रविवार को इसके विरोध में कांग्रेस युवा मोर्चा सहित अन्य संगठनों द्वारा शहर सहित ब्लाक मुख्यालयों में कई जगहों पर विधायक देवव्रत सिंह का पुतला जला कर विरोध प्रदर्शन किया गया है। फिलहाल इस मामले में अलग तरह की राजनीति की चर्चा चल रही है।