राजनांदगांव (दावा)। वनांचल क्षेत्र के वन्य पट्टा धारी कृषकों का प्रशासन पंजीयन नहीं कर रही है, जिससे हजारों हजार किसान भयभीत एवं परेशान है, जिनके हितार्थ भाजपा अतिशीघ्र कलेक्टर को ज्ञापन सौपेंगी, धरना प्रदर्शन भी करेगी एवं आवश्यकता पडऩे पर आमरण अनशन भी करेगी।
जिला भाजपा अध्यक्ष मधुसूदन यादव ने कहा कि कभी गिरदावरी के नाम पर किसानों का मेढ़ एवं बाड़ी को काटकर उनके धान के रकबे को कम किया जा रहा है तो कही पंजीयन के नाम पर परेशान किया जा रहा है किंतु वन्य क्षेत्रों में धान की खेती कर रहे। वन्य पट्टाधारी कृषकों का तो पंजीयन ही नहीं किया जा रहा है, जो उनके साथ अन्याय है। जबकि इन्हें खाद, बीज खरीदने के लिए सरकार ने ऋण भी दिया है।
श्री यादव ने कहा वन्यपट्टा धारी एक भी कृषकों का जिन्होंने धान की खेती की है उनका पंजीयन नही किया जाना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है जिससे ये कृषक भयभीत एवं आशंकित है क्योंकि कोरोना काल से उनकी अर्थव्यवस्था पहले से चौपट है और अब ये कृषक अपने अधिकारों के लिए अधिकारियों के चौखट पर दर दर भटक रहे है।
यादव ने कहा कि उनके धान को नहीं खरीदने की मंशा एवं राजकीय कोष से धन नहीं देने की मंशा इन किसानों के हितों के विपरीत है जिसे भारतीय जनता पार्टी बर्दाश्त नहीं करेगी एवं अतिशीघ्र मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौपेंगी और उसके बाद चरणबद्ध तरीके से आंदोलन एवं धरना प्रदर्शन करेंगे और जरूरत पड़ेगी तो किसानों के हित मे स्वयं उनके समेत पूरा भाजपा आमरण अनशन तक करने को बाध्य होगी, किन्तु ऐसे किसानों पर जो वनांचल के क्षेत्रों में दुर्गम वन भूमि पर खेती किसानी का कार्य कर रहे है उनके अधिकारों को दिलाकर ही शांत बैठेगी। भले उसे लाठी डंडा खाना पड़े या फिर पुलिस से एफआईआर का सामना ही क्यों ना करना पड़े।
यादव ने कहा कि पिछले वर्ष भी इनके द्वारा उपजाए गए धान को खरीदा गया था एवं पिछले 15 वर्षों में भाजपा के शासन काल में बिना रोकटोक एवं बिना किसी परेशानी के उनके धान को खरीदा गया था किंतु किसानों को परेशान करना उनके धान को नही खरीदने की वजह ही हो सकती है, तुरन्त ही ऐसे कृषकों का धान प्राथमिकता से पंजीयन कर खरीदने की व्यवस्था की जावे अन्यथा विद्रोह का सामना करने को तैयार रहे।