कोविड-19 के बावजूद दूरस्थ अंचलों तक शिक्षा के आनंद से वंचित नहीं बच्चे
राजनंदगांव(दावा)। भारत शासन के नीति अयोग ने छत्तीसगढ़़ के आकांक्षी जिला राजनांदगांव में पढ़ई तुंहर दुवार के तहत नवाचार के माध्यम से बच्चों की शिक्षा के लिए किए जा रहे प्रभावी कार्यों की प्रशंसा की है। नीति आयोग ने कहा कि राजनांदगांव जिले के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चे शिक्षा के आनंद से वंचित नहीं है। बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए कोविड-19 संक्रमण के कठिन परिस्थितियों में भी दूरस्थ अंचलों तक शिक्षा की रोशनी पहुंच रही है। इससे बच्चों की पढ़ाई में कोई बाधा नहीं आई है।
कलेक्टर श्री टोपेश्वर वर्मा के मार्गदर्शन तथा जिला शिक्षा अधिकारी श्री एचआर सोम के निर्देशन में शिक्षा विभाग की टीम बेहतरीन कार्य कर रही है और विभिन्न माध्यमों से बच्चों को पढ़ाई कराई जा रही है। सुदूर वनांचलों में भी शिक्षकों एवं शिक्षा सारथियों ने लगातार प्रयास करते हुए पढ़ाई की कमान थामे रखी। मोहल्ला क्लास, बुल्टू के बोल एवं सोशल मीडिया का प्रयोग करते हुए बच्चों की शिक्षा के लिए नवाचार कर उनकी पढ़ाई जारी रही है।