पिपरिया का निवासी था मृतक
खैरागढ़(दावा)। कोविड-19 से संक्रमित नगर के पिपरिया निवासी युवक की सर्पदंश से मौत हो गई. जानकारी के अनुसार नगर के वार्ड क्र.01 पिपरिया निवासी विक्रम पटेल (33 वर्ष) को मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात तकरीबन एक बजे सर्प ने काट लिया. सर्प के काटने के बाद युवक नींद से उठा और उसे लगा कि किसी कीड़े ने उसे काटा है, लेकिन थोड़ी देर बाद उसने पास ही जहरीले डंडा करैत सर्प को देखा और सर्प को देखते ही उसने उसे मारकर जला दिया लेकिन भ्रम में रहा कि उसे किसी कीड़े ने ही काटा है और फिर वह सो गया लेकिन तकरीबन घंटेभर बाद उसे बेचैनी होने लगी, शंका में कि सांप ने काटा होगा उसने स्थानीय स्तर पर झाड़-फूंक भी करवाया लेकिन तब तक उसकी हालत बिगडऩे लगी और पेट में जलन और दर्द के साथ सीने में घुटन और अकडऩ होने लगी, जिसके बाद उसने अपने चचेरे भाई और वार्ड पार्षद गिरवर पटेल को मामले की जानकारी दी और उसे फिर आनन-फानन में अलसुबह तकरीबन 4 बजे सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन तब तक उसकी हालत बहुत अधिक गंभीर हो गई थी और उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुये उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया, जहां उसने सुबह तकरीबन 7:30 बजे दम तोड़ दिया.
युवक की मौत के बाद नियमों के तहत उसके शव का कोविड परीक्षण किया गया, जिसमें वह कोविड-19 पॉजिटिव पाया गया. रिपोर्ट आने के बाद अस्पताल प्रबंधन व परिजनों के बीच हडक़ंप मच गया. परिजनों ने बताया कि कोरोना की रिपोर्ट आने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने दूरी बना ली और किसी भी तरह का सहयोग नहीं मिला, एक निजी संस्था द्वारा किट व सुरक्षा उपकरण प्रदान किया गया और परिजनों ने ही शव उठाकर वाहन में रखकर खैरागढ़ लाये जहां कोरोना नियमों के तहत उसका पिपरिया स्थित मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया. बताया जा रहा है कि युवक की दो लापरवाही पहली कि उसने कोरोना की जांच नहीं कराई जबकि शासन-प्रशासन द्वारा मेगा कैम्प लगाकर कोरोना की जांच की गई थी और सर्पदंश के बाद वह इस गलतफहमी में रहा कि उसे किसी कीड़े ने काटा है, जबकि उसने सर्पदंश के कुछ देर बाद ही जहरीले सर्प को देखा और उसे मारा भी था. युवक की इस लापरवाही ने उसकी जान ले ली और भरी जवानी में वह पत्नी व परिजनों सहित 12 साल की पुत्री व 6 साल के पुत्र को छोड़ गया। उसके परिवार में अब मातम पसरा हुआ है।