राजनांदगांव(दावा)। निगम कर्मियों के लंबित वेतन और दीवाली से पहले बोनस और शहर के गलियों और चौराहों के अंधेरे में होने की समस्या को लेकर भाजपा पार्षद दल ने आयुक्त से मिलकर समस्याओं पर चर्चा की। तीन बिन्दुओं में प्रमुख रूप से सार्वजनिक प्रकाश व्यवस्था, सितंबर-अक्टूबर माह का लंबित वेतन और त्यौहारी बोनस के मुद्दे को लेकर आयुक्त से नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु की अगुवाई में भाजपा पार्षदों ने चर्चा की।
आयुक्त से मांग करते विपक्षी दल ने कहा कि कोरोना काल में सफाईकर्मी और राजस्व अमला जान जोखिम में डालकर मुस्तैदी से कार्यरत हैं। इसके बावजूद निगम प्रशासन द्वारा सितंबर और अक्टूबर माह का वेतन कर्मियों को नहीं दिया गया है। वहीं दीवाली जैसे महत्वपूर्ण त्यौहार में कर्मियों को बोनस दिए जाने की पुरजोर मांग विपक्षी पार्षदों ने की है। इधर नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु ने कहा कि शहर के बाहरी और अंदरूनी चौक-चौराहे अंधेरे में डूबे हुए हैं। लंबे समय से निगम प्रशासन द्वारा प्रकाश व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया।
नेता प्रतिपक्ष ने महापौर हेमा देशमुख पर आरोप लगाया कि वह शहर विकास में कोताही बरत रही हैं। शाम ढलते ही शहर अंधेरे के आगोश में चला जाता है, इस पर महापौर का ध्यान नहीं होना दुख का विषय है। भाजपा पार्षद दल का दावा है कि उनके मुद्दों का जल्द ही निराकरण करने का आयुक्त ने भरोसा दिया है। भाजपा पार्षद का कहना है कि सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में राजनांदगांव नगर निगम की बुनियादी समस्याओं का ठोस निराकरण नहीं किया जा रहा है। बताया गया है कि वेतन की समस्या को लेकर नगरीय निकाय कर्मचारी संघ ने नेता प्रतिपक्ष यदु से मिलकर अपनी पीड़ा रखते हुए समाधान करने की मांग की थी।
ज्ञापन सौंपने के दौरान पारस वर्मा, मधु बैद, गगन आईच, पार्षद प्रतिनिधि राजेश यादव, आशीष डोगरे, सेवक उइके, जीवन चतुर्वेदी, समीर श्रीवास्तव, नागेश यदु, चन्द्रभान जंघेल सहित नगरवासी उपस्थित थे।