राजनांदगांव । छत्तीसगढ़िया वाद की ढिंढोरा पीटने वाली सरकार 13 हजार करोड़ में दस हजार करोड़ रुपये का काम बिना निविदा,बिना नियम के बंदरबांट कर ले,और मुख्यमंत्री कार्यवाही करने के नाम पर दिखावा करने की कोशिश करते हुए टेंडर बस को निरस्त कर दे तो यह पूरे छत्तीसगढ़ का अपमान और मजाक उड़ाने वाला कृत्य है ,मुख्यमंत्री जी सही मायने में कुछ कार्यवाही करना चाहते तो सबसे पहले पीएचई मंत्री का इस्तीफा लेते और ईनसी के ऊपर अपराधिक षड्यंत्र का मामला दर्ज करवाते।
जिला भाजपा अध्यक्ष मधुसूदन यादव ने पीएचई घोटाला पर भूपेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि एक करोड़ की पात्रता रखने वाले फर्म को यदि 5 करोड़ का काम दिया जाए तो तय है कि अधिकारी को ना तो मुख्यमंत्री का खौफ है और ना ही उनके प्रति सम्मान ,और यह तभी होगा जब ईएनसी को मंत्री जी का संरक्षण प्राप्त हो क्योंकि उनकी सहमति के बगैर इतना खुलेआम घोटाला कैसे हो सकता था,हद तो ये भी है कि कैबिनेट की बैठक में मंत्री जी इस पूरे भ्रस्टाचार के बंदरबांट को जायज ठहराते हुए टेंडर को निरस्त ना करने की वकालत भी करते रहे ,तो यह नैतिकता को ताक में रख कर भ्रस्टाचार की गंगा को बढ़ाने वाला ही कार्य है ,वो भी उसी सरकार की जो गंगा जी की पवित्रता की कसम खा कर झूठ बोल कर सत्ता में आये है।
श्री यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने टेंडर को निरस्त करके भ्रस्टाचार को रोकने की पहल नही की है अपितु भ्रस्ट मंत्री और अधिकारी को चुपचाप रहने बस की सलाह दी है,क्योंकि जब उन्हें पता चल ही गया था कि भारी भरकम खेल टेंडर में हो गया है तो मंत्री जी का इस्तीफा और ईएनसी के विरुद्ध षडयंत्र पूर्वक अपने लोगों को लाभ दिलाने के लिए वित्तीय अनियमितता का मामला बना कर आपराधिक षड़यन्त्र दर्ज करवाते,तब कुछ अच्छा संदेश जाता,किन्तु छत्तीसगढ़ को लूट की धरती समझ कर एक ही योजना में एक विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ के बाहर के लोगों को 70 प्रतिशत काम का बंटवारा करके लूटने का आमंत्रण दे दिया जाए तो यह पूरे छत्तीसगढ़ का अपमान है,जिस पर मुख्यमंत्री जी चुप है।
श्री यादव ने कहा कि कॉन्ग्रेस ने सरकारी संपत्ति को लूटने के लिए एक नवीन परिपाटी का प्रारंभ कर दिया है कि जो ज्यादा कमीशन देगा वही काम लेने का अधिकारी होगा ,इसलिए छत्तीसगढ़ के बाहर के लोगों को आमंत्रित किया जाए और लूट प्रदेश बनने दिया जाए बाकि छत्तीसगढ़ के लोगों को बरगलाने के लिए,बांटी,भवँरा और सोंटा खाने का काम वो कर ही लेंगे,लेकिन सत्ता के मद में मदमस्त कांग्रेस का यह छलावा छत्तीसगढ़ के लोग समझ गए है और 15 साल के भाजपा के सुशासन और छत्तीसगढ़ को विकास के पथ पर ले जानेवाली भाजपा को स्मरण कर रही है कि परिवर्तन का जो प्रयोग उन्होंने किया था उसका कैसा दुरुपयोग काँग्रेस कर रही है ,छत्तीसगढ़ को कैसे बाहरी लोगों के हाथों में ” लुटेड छत्तीसगढ़” बना कर लूटने के लिए छोड़ दिया गया है,हर विभाग लूट का अड्डा और कांग्रेस की कमाई का जरिया बन गया है ,किन्तु 2 साल बाद यही जनता कांग्रेस के काले करतूतों की सजा देगी यह भी तय है।