कलकसा(दावा)। ग्राम कोहलाकसा क्षेत्र के नदी-नालों से रेत की अवैध निकासी हो रही है। अवैध रेत खनन का काम वन विभाग की मिलीभगत से चल रहा है। एक तरफ जल, जंगल को बचाने गाँव-गाँव में वन समिति बनाई गई है, किंतु समिति वाले भी मूकदर्शक बने हुए हैं।
जानकारी के अनुसार ग्राम कोहलाकसा के पिपरही नदिया से बिट गार्ड गायत्री वर्मा द्वारा विगत एक सप्ताह से ट्रेक्टर से लगातार रेत का अवैध उत्खनन व परिवहन कराया जा रहा है। इसकी शिकायत मिलने पर ग्राम वन प्रबंधन समिति ग्राम कोहलाकसा के अध्यक्ष चैतराम कुंजाम, किशोरीलाल साहू, जनकराम कुंजाम, थम्मन लाल यादव, कृपाराम कंवर द्वारा नदी की निगरानी की गई।
उस दौरान ग्राम कुहीकोड़ा के 3 ट्रेक्टर को मौके पर पकड़ा गया। ट्रेक्टर वालों से किसके कहने व किसकी अनुमति से रेत निकाल रहे हो पूछे जाने पर बताया कि बीट गार्ड रामपुर गायत्री वर्मा से पूछकर रेत निकाली जा रही है। उसके बाद बीट गार्ड गायत्री वर्मा मौके पर पहुंची और और वन प्रबंधन समिति कोहलाकसा के अध्यक्ष चैतराम कुंजाम व अन्य उपस्थित सदस्यों से बोला गया कि तुम लोगों को कोई अधिकार नहीं है बोलने का कि मैं रेत बेचूँ या कुछ भी करूँ।
यहाँ मुझे केवल रामपुर वन प्रबंधन समिति का अध्यक्ष आत्माराम आएगा यहाँ रोकने के लिये, तुम लोग नहीं रोक सकते। वन प्रबंधन समिति कोहलाकसा को सूचना मिली थी बीट गार्ड गायत्री वर्मा व चौकीदार लच्छन राम के द्वारा स्वयं की उपस्थिति में ट्रेक्टर से रेत का अवैध खनन कराया जा रहा है, तब वहां पर समिति के लोग मौके पर जा कर उक्त अवैध रेत खनन पर रोक लगाने पर अड़े रहे। इस बीच ग्राम रानीतलाव के श्यामचरण यादव, रमेशर व कुहीकोड़ा से बुधरू राम उपस्थित थे।