एनजीटी के नियमों की अवहेलना की शिकायत करेंगे सांसद पांडेय
राजनांदगांव(दावा)। जिले में सरकार की साठगांठ से पर्यावरण की अनदेखी व एनजीटी के नियमों की धज्जियां उड़ाकर अवैध-वैध रेट खनंन व परिवहन लिप्तता की शिकायत सांसद संतोष पाण्डेय एन जी टी से करने जा रहे है। सोमवार को राजनांदगांव में आयोजित दिशा कमेटी में बैठक के बाद कार्यकर्ताओं व रेत खनन से प्रभावित ग्रामीणों से मुलाकात के बाद सांसद ने उक्त बातें कही है।
सांसद ने कहा कि वनांचल में अवैध रेत खनन का निरंतर अखबारों में प्रकाशन के बावजूद अन्तर्राज्यीय सीमा में खुले खनिज, आबकारी, कृषि वनोपज किसी भी बेरियर में एक भी अवैध या ओवरलोड का प्रकरण आज तक नहीं पकड़ में आना आश्चर्य का विषय है। न सिर्फ अवैध खनन में लिप्त वरन वैध खदानों में भी पर्यावरण के नियमों की अनदेखी कर धरती का सीना चीरा जा रहा है।
खदान से लगे गाँव की सडक़े ओवरलोड और हजारों ट्रकों के निरंतर परिवहन से जर्जर व ग्राम धुल धुसरित हो चुके हैं। मानपुर-मोहला की खदानों से न सिर्फ रेत खनन सागौन व कीमती वृक्षों की कटाई व तस्करी चरम सीमा में है। इन दो वर्षो में आश्चर्यजनक रूप से वन क्षेत्र में कमी आती दिख रही है। उन्होंने आगे बताया कि ग्राम चांदो, पानाबरस में स्वीकृत रकबे पर खनन की अनुमति की अवहेलना कर ग्रामीणों के विरोध के बावजूद ग्राम देवरी से खनन किया जा रहा है।
वहीं प्राय: सभी खदानों में हजारों ट्रक रेत परिवहन के बावजूद मात्र 20 या 30 रायल्टी पर्ची कटी जा रही है। रायल्टी राशि की अतिरिक्त वसूली करने के साथ ही सूचना पटल भी नहीं लगाया गया है। इस प्रकार का कृत्य केंद्र सरकार की नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के नियमो की अनदेखी है, जिसकी सविस्तार शिकायत वे एनजीटी से करने जा रहे हैं।