राजनांदगांव(दावा)। जिले के किसानों के लिए यह खुशखबरी है कि सोसायटियों में धान बेचने वाले पंजीकृत किसानों के लिए 43 सोसायटियां और भी बढ़ा दी गई है। इससे जिले में सोसायटियों की संख्या 157 हो गई है। जिले में पहले से ही 114 सोसाटियां संचालित है, जिसमें 43 सोसायटियां की वृद्धि किये जाने से किसानों को धान बेचने में काफी सहुलियत होगी। इस खुशखबरी के साथ एक बुरी खबर यह है कि जिले के उपरोक्त संचालित सोयाटियों में से 55 सोसायटियां भंग कर दी गई है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन सोसाटियों का पुनर्गठन किया जाना है। इसलिए इन्हें भंग कर दिया गया। इससे किसानों को धान बेचने में परेशानी पैदा हो सकती है, क्योंकि त्यौहार के चलते इनका पूनर्गठन जल्द नहीं हो पायेंगा। भंग की गई इन सोसायटियों में जिले के भर्रेगांव, कन्हारपुरी, मुढ़ीपार, घुमका सहित अनेक गांवों की सोसायटियां शामिल हंै। बहरहाल 43 सोसायटियां बढऩे व 55 सोसाटियां भंग होने से जिले में सोसायटियों की संख्या घट कर 102 रह जाएगी जिसके चलते पंजीकृत किसानों को धान बेचने में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
17 नवम्बर तक होगा किसानों का पंजीयन
इस साल राज्य सरकार ने किसानों से समर्थन मूल्य में धान खरीदी का कार्य 1 दिसम्बर से चालू करने का निर्णय लिया है। उक्त हेतु जिले में अब तक 1 लाख 93 हजार किसानों ने सोसायटियों में धान बेचने पंजीयन कराया है। इधर किसानों को सुविधा देते हुए मुख्यमंत्री जी ने खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में धान खरीदी के लिए 17 नवम्बर तक डेट बढ़ा दिये जाने से किसान अपना पंजीयन करा सकेंगे। ज्ञात हो कि जिले में सोसाटियां कम होने से पिछले खरीफ विपरण वर्ष में 9 हजार पंजीकृत किसान अपना धान नहीं बेच पाए थे। ज्ञात हो कि राज्य सरकार समर्थन मूल्य में किसानों से केवल 15 क्विंटल ही धान खरीद रही है। इस बार गिरदावरी भी हुई है, जिसमें रकबा प्रभावित हुए है। इससे किसानों को थोड़ा परेशानी हो सकती है।
जिले में 43 सोसाटियों का इजाफा होने से किसानों को धान बेचने में सहूलियत होगी। पंजीयन तिथि 17 नवम्बर तक होने से पंजीकृत किसानों में वृद्धि होगी।
सुनील वर्मा सीईओ जिला सहकारी बैंक