मोहारा, ढाबा, पेण्ड्री, रेवाडीह सहित कुछ अन्य क्षेत्रों से आ रही शिकायत
राजनांदगांव (दावा)। पिछले कुछ समय से शहर के आसपास क्षेत्रों से फिर अवैध प्लाटिंग करने का मामला सामने आ रहा है। जमीन दलालों द्वारा बिना टाऊन प्लानिंग के ही कुछ जगहों पर प्लाट कांटने की जानकारी आ रही है। बावजूद इसके राजस्व विभाग की टीम नींद में है और अवैध प्लाटिंग करने वालों पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की जा रही है।
गौरतलब है कि शहर में पिछले कुछ समय पहले कई एकड़ जमीन पर अवैध प्लाटिंग का मामला सामने आया था। इस दौरान तत्कालीन कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य द्वारा जमीन की रजिस्ट्री व खरीदी बिक्री पर रोक लगाई गई थी। कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य के जाने के बाद जमीन दलाल फिर से सक्रिय हो गए हैं और अवैध प्लाटिंग का गोरखधंधा फिर से जोर पकड़ रहा है। जानकारी के अनुसार जमीन दलालों द्वारा शहर से लगे मोहारा क्षेत्र, पेण्ड्री, रेवाडीह, नया व पुराना ढाबा सहित कुछ अन्य जगहों पर अवैध प्लाटिंग कर जमीन को टुकड़े में बांटकर बिक्री करने की जानकारी मिल रही है। बताया जा रहा है कि जमीन दलाल जमीन का बिना टाऊन प्लानिंग से परमिशन के ही टुकडे में बांटकर बिक्री कर रहे हैं। बकायदा तहसील कार्यालय में मोटी राशि खर्च कर नामांतरण भी हो रहा है।
कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य राजस्व अधिकारियों की 5 घंटे बैठक लेकर विभागीय कामकाज की समीक्षा की। मौर्य ने निर्धारित एजेंडे के अनुसार अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदार, नायब तहसीलदार और राजस्व निरीक्षकों के कार्यों की विस्तार से समीक्षा की। कुछ समय पहले शहर के आसपास क्षेत्रों में अवैध प्लाटिंग की शिकायत सामने आने पर तात्कालीन कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य ने इसकी जांच की थी. इस दौरान करीब 150 जगहों पर अवैध प्लाटिंग का मामला सामने आया था। इस दौरान कलेक्टर श्री मौर्य द्वारा जमीनों के खरीदी बिक्री पर रोक लगाई गई थी और राजस्व विभाग को अवैध प्लाटिंग करने वाले जमीन दलालों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
निगम प्रशासन व राजस्व विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल
कलेक्टर के निर्देश बाद भी राजस्व विभाग और नगर निगम प्रशासन द्वारा अब तक किसी भी जमीन दलाल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस संबंध में जानकारी लेने पर निगम के अधिकारियों द्वारा मामले को एसडीएम कोर्ट में चलने का हवाला दिया जाता है। निगम प्रशासन और राजस्व महकमे की अनदेखी की वजह से जमीन दलालों पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
इस तरह का कोई मामला है तो राजस्व विभाग और निगम को इसकी जांच करने निर्देशित किया जाएगा। अवैध प्लाटिंग करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे।
– टीके वर्मा, कलेक्टर