० दीवाली मिलन के बहाने कांग्रेसी विधायक ने बुलाई भीड़
० सोशल डिस्टेंसिंग व अन्य नियमों की उड़ी धज्जियाँ
० परमिशन के विषय में विधायक ने कहा साहूजी बताएंगे
डोंगरगांव (दावा)। नगर से सटे मोक्षधाम सांकरदाहरा में शनिवार को कांग्रेस पार्टी का वृहद दीपावली मिलन समारोह का आयोजन किया गया. इस आयोजन में प्रदेश व जिले स्तर के कांग्रेसियों ने अपनी धमक दी, वहीं बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं को भी बुलवाया गया था. कोरोना कॉल में एक ओर जहाँ प्रदेश सरकार से लेकर केन्द्र सरकार कोविड-19 के बढ़ते मरीजों को लेकर चिन्ता में है और सडक़ पर चलने वाले सामान्य व्यक्तियों व वाहन चालकों को मास्क नहीं होने की वजह से चालान काटा जा रहा है, भीड़भाड़ से बचाने के लिए प्रशासन के द्वारा स्थानीय त्योहारों से लेकर मेला मंडई को भी इस वर्ष स्थगित किये जाने के आदेश जारी किये गए हैं परन्तु सारे नियमों का दरकिनार कर सत्ता पक्ष की कांग्रेस विधायक छन्नी साहू के लोगों ने हजारों की भीड़ एक ही स्थान पर जमा कर ली. इतना ही नहीं आयोजन में सोशल डिस्टेंसिग व अन्य जरूरी सावधानियों को भी ताक पर रख दिया था. बता दें कि शासन के द्वारा कोविड-19 के चलते प्रारंभ में भीड़ जमा करने से बचने के लिए विवाह जैसे महत्वपूर्ण आयोजन पर भी रोक लगा दी थी तथा सभी धार्मिक स्थलों को बंद कर दिया था. इतना ही नहीं गणेश पक्ष, नवरात्र व दशहरे पर्व में सार्वजनिक जमावड़े से बचने के लिए अघोषित रूप से प्रतिबंध लगाया था परन्तु कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन जैसे जमावड़े के लिए कोई मनाही नहीं है जबकि कार्यक्रम स्थल पर पुलिस व प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी मौजूद थे और यह आयोजन बगैर किसी अनुमति के सम्पन्न भी हो गया.
जानिए क्या था कार्यक्रम
चुनाव जीतने के लगभग दो वर्ष बाद खुज्जी विधायक छन्नी साहू को अपने कार्यकर्ताओं की सुध आयी और उन्होंने आनन-फानन में दीपावली मिलन के बहाने उनके सम्मान का आयोजन महामारी के दौर में आयोजित करवा दिया. इसके लिए शनिवार को क्षेत्र के ग्राम सांकरदाहरा में कार्यकर्ता सम्मान व दीपावली मिलन समारोह के नाम पर क्षेत्र के सैकड़ों कार्यकर्ताओं को बुलाया गया था. कार्यक्रम में पीसीसी चीफ मोहन मरकाम मुख्य अतिथि थे जबकि मंच पर जिले व क्षेत्र के वरिष्ठ कांग्रेस के पदाधिकारी, कार्यकर्ता व जनप्रतिनिधि मौजूद थे. मंच से लेकर पंडाल तक अधिकतर नेताओं व कार्यकर्ताओं के चेहरे से मास्क या तो गायब था या औपचारिक रूप से गले में लटका दिखायी दिया. वहीं बैठक व्यवस्था में सोशल डिस्टेंसिंग पूरी तरह गायब रही. अतिथि से लेकर श्रोता तक सभी सटे बैठे नजर आये. इतना ही नहीं भोजन व्यवस्था में कार्यकताओं को संघर्ष व झूमा-झटकी करते भी देखा गया.
परमिशन ही नहीं, हो गया आयोजन
इतने वृहद आयोजन के लिए जिम्मेदारों के द्वारा कोई भी अनुमति अधिकृत रूप से नहीं ली गई थी और आयोजन सम्पन्न हो गया जबकि यह सब पुलिस व प्रशासन के नाक के नीचे हुआ. नगर से सटे व छुरिया तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत देवरी स्थित सांकरदाहरा में आयोजित इस कार्यक्रम के लिए प्रशासन से कोई भी अनुमति नहीं ली गई थी. इस संदर्भ में एसडीएम हितेश पिस्दा ने बताया कि आयोजन के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई थी. आयोजकों के व्दारा सूचना प्रेषित किया गया था. यदि जिले से अनुमति ली गई होगी तो मेरी जानकारी में नहीं है हॉलाकि उन्हें अनुभाग स्तर पर ही अनुमति की बात कहे जाने पर उन्होंने अनुमति जारी नहीं होने की बात कही है.
इस संदर्भ में कार्यक्रम की मुख्य आयोजक व खुज्जी विधायक श्रीमती छन्नी साहू से पहले उनके मोबाईल नंबर 9340689564 पर संपर्क कर उनका पक्ष जानना चाहा परन्तु उनका मोबाईल नो रिप्लाई रहा बाद में उनका कॉल बैक आने पर उन्होंने बताया कि व्यवस्थाओं में व्यस्त थी और इस विषय में चंदू साहू जी ही बता पायेंगें.