राजनांदगाँव (दावा)। नगर के जीवन रेखा हॉस्पिटल में आज रात मरीज की मौत के बाद परिजनों सहित ग्रामीणों ने खूब हंगामा किया। परिजनों ने डॉक्टर्स एवं अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया, जबकि डॉक्टर्स द्वारा मौत का कारण हृदयाघात बताया जा रहा है। परिजनों ने मृतक के शव को ले जाने से इंकार कर दिया है। 11 नवंबर को इलाज हेतु लाये गए मरीज को निमोनिया बताया गया था। जिसे कल 21 नवंबर को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया था, आज शाम को सीने में दर्द के कारण पुन: भर्ती कराया गया। जहां मरीज की हार्टअटैक से मौत हो गई।
आज देर रात नगर के जीवन रेखा हॉस्पिटल में एक मरीज की मौत ने पुलिस प्रशासन को अस्पताल की ओर दौड़ा दिया। मृतक मनोज मालेकर के पुत्र सुदामा मालेकर ने बताया कि उन्होंने अपने पिता मनोज 50 वर्ष निवासी ग्राम बम्हनी, सुकुलदैहान को 11 नवंबर को जीवनरेखा हास्पीटल भर्ती कराया था। मृतक का 3-4 बार कोरोना टेस्ट निगेटिव आया था। अस्पताल में उन्हें निमोनिया बताया गया था। मरीज के इलाज उपरांत कल 21 नवंबर को दोपहर 2 बजे ठीक हैं कहकर डिस्चार्ज किया गया था। वापस जाने के बाद मृतक दिनभर ठीक रहा। रात में भी वह ठीक था। आज दोपहर पुन: तबियत खराब होने से उसे शाम 5 बजे अस्पताल लाया गया। डॉक्टर ने देखकर बताया कि गैस्टिक के कारण दर्द है, दवाई दे दी गई है। आप चाहें तो इन्हें घर ले जा सकते हैं।
परिजनों ने कहा कि एक-दो दिन यहीं रखते हैं ताकि आराम हो जाये। डॉक्टर ने कहा कि ठीक है इन्हें भोजन करा दो। इस बीच परिजन भोजन की तैयारी में लग गए थे। कुछ देर बाद उन्हें अस्पताल से फोन आया कि आप तुरंत आ जाओ। जब वे वहाँ पहुँचे तो बताया गया कि आपके पिता की मौत हो चुकी है, उन्हें हार्ट अटैक आया था। परिजन इसे मानने तैयार नहीं थे। उन्होंने सीधे-सीधे अस्पताल पर लापरवाही का आरोप मढ़ते हुए हंगामा मचाना शुरू कर दिया। मामले की खबर पुलिस तक पहुंची। लालबाग थाना प्रभारी मयंकरण सिंह, बसंतपुर थाना प्रभारी प्रशिक्षु आईपीएस योगेश पटेल तथा तहसीलदार मौके पर पहुंचे।
मृतक का बेटा सुदामा मालेकर ने बताया कि अस्पताल ने उन्हें 11 दिन का इलाज का बिल 2 लाख 50 हजार रुपये का दिया है। ग्रामीणों ने भी अस्पताल पर भारी लापरवाही और लूट का आरोप लगाया है। यह भी कहा जा रहा है कि निमोनिया जैसी बीमारी के इलाज का इतना बिल कैसे हो गया। समाचार लिखे जाने तक पुलिस और जिला प्रशासन स्थिति सम्हालने में लगे हुए थे।