किसानों को समर्थन मूल्य में धान बेचने कई तरह की परेशानियों का करना पड़ रहा सामना
राजनांदगांव (दावा)। समर्थन मूल्य में धान बेचने पहुंच रहे किसानों को इस साल कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कस्टम मिलिंग नहीं होने से राइस मिलर्स को धान नहीं मिल रहा है। वहीं बारदाने की कमी से कई केन्द्रोंं मेंं खरीदी प्रभावित हो रही है। शासन की अधुरी तैयारी और मार्क फेड की अनदेखी किसानों के लिए भारी पड़ रही है।
समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी तो की जा रही है पर उपज बेचना आसान नहीं रह गया है। बारदाना की व्यवस्था नहीं कर पाने पर प्रशासन की ओर से अब किसानों से बारदाना लेने का फरमान जारी कर दिया गया है। उन किसानों का ही धान लिया जा रहा है जो बारदाना दे रहे हैं। प्रशासन ने बारदाने के बदले किसानों को 15 रुपए देने का प्रावधान किया है पर किसानों का कहना है कि बाजार से महंगे दर पर बारदाना खरीदकर लाए हैं।
न ही बारदाना है और न ही धान रखने जगह
खरीदी केन्द्रों से धान का पर्याप्त मात्रा में उठाव नहीं होने से जगह नहीं है। इसकी वजह से खरीदी प्रभावित हो रही है। वहीं कई केन्द्रों में बारदाने की कमी है। इसके चलते किसानों का धान खरीदी नहीं हो रहा है। बदइंतजामी किसानों पर भारी पड़ रहा है। बदहाल व्यवस्था को लेकर किसानों में काफी आक्रोश है।
मिलर्स भी परेशान, मिल बंद होने की स्थिति
वहीं कस्टम मिलिंग नही होने से मिलर्स को धान नहीं मिल रहा है। इसकी वजह से राइस मिल बंद होने की स्थिति में है। बताया जा रहा है कि मार्कफेड द्वारा मिलर्स को डीओ जारी नहीं किया जा रहा है। इसकी वजह से परिवहन की गति धीमी है और मिलर्स को मिल में धान नहीं मिल रहा है।
30 लाख क्विंटल धान खरीदी केन्द्रों में है जाम
जिले में 24 दिसम्बर तक 86179 किसानों द्वारा 3364768 क्विंटल धान बेचा जा चुका है। इसमें उठाव सिर्फ 365245 का ही हुआ है। यानि खरीदी केन्द्रों में करीब 30 लाख क्विंटल धान जाम है। बावजूद इसके मार्कफेड द्वारा धान का उठाव करने गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है।
वर्सन-
बारदाने की कमी होने से किसानों के बारदाने से धान खरीदी की जा रही है। धान के परिवहन में तेजी लाने प्रयास जारी है। मिलर्स को धान उठाने डीओ जारी किया जा रहा है।
– सौरभ भारद्वाज, डीएमओ राजनंदगांव