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आईटीबीपी की गाड़ी से सागौन की तस्करी

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आधी रात को ग्रामीणों ने पकड़ा वाहन
डोंगरगढ़(दावा)।
रविवार की रात विकासखंड के नक्सल प्रभावित वनांचल क्षेत्र तोतल भर्री के एक किसान के खेत से सागौन के दर्जनों गोलो की अवैध कटाई के बाद पुलिस के शासकीय वाहन में अवैध परिवहन करते आइटीबीपी के जवानों को लकड़ी दलाल के साथ ग्रामीणों ने पकड़ा और वन विभाग सहित स्थानीय प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को अपने स्तर पर जानकारी दी.

आईटीबीपी के जवान कैंप कमांडर दुर्ग के निर्देश पर नियम विरुद्ध कार्यों को अंजाम दे रहे थे. मौके पर पहुंचे वन विभाग के आला अधिकारियों की टीम ने ग्रामीणों की मदद से पंचनामा बनाया. विभागीय कार्यवाही सुबह चार बजे तक चलती रही.

प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जवान लकड़ी दलाल के साथ कैंप कमांडर दुर्ग के निर्देश पर शाम सात बजे वनांचल क्षेत्र तोतलभरी पहुंचे. रात 10 बजे किसान मंथीर यादव पिता बंसी यादव के खेत में पहले से कटी रखी हुई सागौन की 13 नग लकड़ी को पुलिस की शासकीय वाहन में मजदूरों के हाथ से भरवाया गया. वापसी के समय ताक में बैठे ग्रामीणों ने साहस का परिचय देते हुए पुलिस वाहन को ग्राम में ही रोक कर वाहन की तलाशी ली, जिसमें सागौन की लकड़ी के मिलते ही ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों सहित स्थानीय वरिष्ठ अधिकारियों को दूरभाष के माध्यम से सूचना देकर घटनास्थल पर बुलवाया.

देर रात घटनास्थल पर पहुंचे वन विभाग के अधिकारी की टीम ने ग्रामीणों की मदद से पंचनामा बनाकर बरामद हुई लकड़ी को रानीगंज स्थित डिपो में रखवाया. विभाग की कार्रवाई सुबह चार बजे तक चलती रही. चलती कार्रवाई के बीच आईटीबीपी के जवानों ने अवैध परिवहन में लगी गाड़ी व अपने जवानों को छुड़ाने 13 गाडिय़ों के काफिले में सैकड़ों की संख्या में पहुंचकर विभागीय अधिकारियों के ऊपर जबरदस्त दबाव बनाया, जिसके चलते स्थानीय अधिकारियों को पुलिस चौकी मोहरा में गाड़ी व आरोपियों को ले जाने के नाम से बरी कर दिया गया. आरोपियों को बचाने अधिकारियों के ऊपर जिले के वरिष्ठ मंत्री द्वारा दबाव बनाए जाने की बात भी सामने आयी हैं. वाहन व आरोपियों को बिना कार्रवाई के छोड़े जाने की घटना को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है.

वाहन चालक संजू पिता देवेंद्र नायर के कथन के अनुसार बने पंचनामा में आरोपी बनाए गए आइटीबीपी के एसआई सुखराम पिता अमरा राम वैष्णवी आरक्षक अमित कुमार पिता जगदीश सिंह रावत त्रिलोचन पिता बलवीर सिंह अनिल बनवारी लाल भाटी आरक्षक के अलावा लकड़ी तस्कर जिसके साथ कंपनी कमांडर दुर्ग ने लकड़ी का सौदा किया था, मुनीराम उसके वाहन क्रमांक सीजी 07 एएच 9826 तथा पुलिस वाहन सीजी-०१ जीए/ 2४४४ पर कार्रवाई का संकेत विभागीय अधिकारी द्वारा दिया गया है. मुख्य वन संरक्षक वृत्त दुर्ग श्रीमती शालिनी रैना द्वारा प्रकरण की जानकारी होते ही डीएफओ खैरागढ़ को अपने मार्गदर्शन में संपूर्ण कार्रवाई कर की गई कार्यवाही से अवगत कराने का निर्देश दिया है.

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