वन संरक्षक दुर्ग शालिनी रैना ने लिया गांवों में पहुंचकर जायजा
खैरागढ़ (दावा)। शनिवार को ठेलकाडीह से लगे तिलईभाठ खार में बाघ देखे जाने की पुष्टि के बाद से वन अमला बाघ की खोज-खबर लेने दिन-रात जुटा हुआ है. तिलईभाठ से गोपालपुर खार की ओर विचरण कर रहा शेर रविवार को ब्लॉक के घोंघेडबरी और आल्हा नवागांव के आसपास देखा गया है जिसकी तस्दीक ग्रामीणों ने की है. बताया जा रहा है कि रविवार की अलसुबह खेतों में पानी चलाने गये इन गांवों के कुछ ग्रामीणों ने बाघ देखे जाने की बात स्वीकारी है वहीं इस इलाके में बीती रात बाघ की दहाड़ भी ग्रामीणों को सुनाई दी है.
खैरागढ़ के रिहायशी ग्रामीण इलाके में बाघ की मौजूदगी को लेकर लगातार दहशत का माहौल है और न केवल इन इलाकों में ग्रामीणों की सुरक्षा को लेकर बल्कि बाघ की सुरक्षा को लेकर भी प्रशासन मुस्तैदी से जुटा हुआ है. बाघ का लोकेशन ट्रेस करने बीते लगभग 36 घंटों से वन विभाग की टीम दिन-रात खोजबीन में लगी हुई है वहीं सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस विभाग के जवान भी डटे हुये हैं. बाघ की खैरागढ़ के ग्रामीण इलाकों में आमद के बाद वन विभाग अपनी जद्दोजहद में जुटा हुआ है. रविवार को वन संरक्षक दुर्ग वृत्त शालिनी रैना स्वयं बाघ की लोकेशन को लेकर खैरागढ़ पहुंची और जानकारी मिलने पर ग्राम घोंघेडबरी व आल्हा नवागांव पहुंचकर वन अधिकारियों व अमले को जरूरी निर्देश दिये. सीएफ के साथ खैरागढ़ डीएफओ संजय कुमार यादव व राजनांदगांव डीएफओ बीपी सिंह भी मौके पर मुस्तैद रहे वहीं फॉरेस्ट के एसडीओ और रेंजर भी पूरे समय बाघ की लोकेशन ट्रेस करने जुटे रहे. बताया जा रहा है कि बाघ की लोकेशन लेने रविवार की सुबह दो टीम बनाकर खैरागढ़ डीएफओ संजय कुमार यादव ने उन्हें रवाना किया था और टीम को खबर मिली है कि बाघ आल्हा नवागांव के आसपास देखा गया है और डोंगरगढ़ से सटे करेला भवानी की ओर आगे बढ़ रहा है. रिहायशी इलाकों में बाघ के विचरण को लेकर खैरागढ़ डीएफओ ने वन मंडल के सभी वनपरिक्षेत्र अधिकारियों को सीसीएफ रायपुर के निर्देश पर सर्कुलर जारी किया है जिसमें बाघ की वास्तविक जानकारी रखने के साथ ही उसकी सुरक्षा को लेकर निर्देश जारी किये गये हैं वहीं वन परिक्षेत्र अधिकारियों को ताकिद किया गया है कि वन क्षेत्र के अलावा राजस्व क्षेत्र में कहीं भी विद्युत तार भूमि की सतह पर अथवा सतह की कुछ ऊंचाई पर लटके न रहे इसके लिये एहतियातन विद्युत विभाग से संपर्क कर कार्यवाही करने निर्देश जारी किया गया है वहीं यह भी निर्देश दिया गया है कि आसपास के इलाके में कहीं भी किसी मवेशी की शिकार की घटना प्रकाश में आती है तो इसकी जानकारी आलाधिकारियों को दी जाये और घटना स्थल की निगरानी रखी जाये. इलाके के ग्रामीणों को विशेषकर रात्रि में घर से अकेले बाहर निकलने एवं एकांत में नहीं जाने की समझाईश दी जा रही है. इस संबंध में लगातार विभाग पंचायतों के माध्यम से मुनादी करवा रहा है. बाघ की मौजूदगी को लेकर प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीणों के बयानों को दर्ज किया.
विभाग पूरी मुस्तैदी के साथ बाघ की लोकेशन लेने में जुटा हुआ है, रविवार को आल्हा नवागांव के आसपास बाघ की होने की पुष्टि हुई है. उम्मीद है बाघ बिना किसी को नुकसान पहुंचाये जंगल की ओर वापस लौट जायेगा.
- वीएन दुबे, रेंजर खैरागढ़