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ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार की निरंतर उपलब्धता सुनिश्चित करें-तनुजा

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जिपं सीईओ ने झंडातालाब, मोतीपुर, भोथली एवं मुंजालकला में गौठान का किया निरीक्षण
राजनांदगांव (दावा)।
छत्तीसगढ़ ग्रामीण अर्थव्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए राज्य शासन द्वारा संचालित नरवा, गरवा, घुरवा एवं बाड़ी योजना अंतर्गत जिले में लगातार श्रमिकों को रोजगार दिए जाने हेतु मनरेगा के माध्यम से प्रयास किए जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्व-सहायता समूह को आय के बहुमुखी साधन उपलब्ध कराने के लिए प्रशिक्षण का दौर प्रारंभ हो रहा है।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती तनुजा सलाम द्वारा निरंतर दौरा कर क्षेत्रों में कार्य की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए लगातार निरीक्षण कर कार्यों की गुणवत्ता, निरंतरता एवं पूर्णता हेतु निर्देश दिए जा रहे हैं। इसी कड़ी में जिला पंचायत सीईओ श्रीमती सलाम ने जनपद पंचायत छुरिया एवं डोंगरगढ़ के ग्राम पंचायतों का निरीक्षण किया।

जिला पंचायत सीईओ श्रीमती सलाम ने ग्राम झंडातालाब में चल रहे तालाब गहरीकरण के कार्य का निरीक्षण किया, जहां लगभग 100 से अधिक मजदूर कार्यरत थे। उन्होंने ग्राम पंचायत में कार्य की पर्याप्त स्वीकृति देने हेतु निर्देश दिए एवं गौठान के लिए जल्द से जल्द जगह चिन्हांकित करने के लिए कहा। उन्होंने ग्राम मोतीपुर के गौठान का निरीक्षण किया, जहां 15 दिन पहले क्रय किए गए गोबर को शीघ्र ही वर्मी कंपोस्ट टैंक में डालने के लिए कहा। बाड़ी में स्व-सहायता समूह द्वारा पानी की उपलब्धता में कमी को लेकर मांग की गई, जिस पर श्रीमती सलाम ने तत्काल क्रेडा के अधिकारियों से फोन पर संपर्क कर पंप हेतु सोलर पैनल स्थापित करने के निर्देश दिए। श्रीमती सलाम द्वारा मोतीपुर में कार्यरत स्वसहायता समूह की सजगता को देखते हुए उन्हें हरसंभव मदद देने के लिए जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी को निर्देशित किया। समूह की महिलाओं को मल्टीएक्टिविटी के रूप में अन्य कार्य जैसे धूपबत्ती एवं अगरबत्ती निर्माण के लिए प्रोत्साहित किया।

ग्राम भोथली के गौठान के निरीक्षण के दौरान स्वसहायता समूह की महिलाओं ने उनसे वर्कशेड हेतु आग्रह किया। उन्होंने तकनीकी सहायक द्वारा वर्कशेड के लिए पहले स्वीकृति के लिए प्रस्ताव प्रेषित नहीं करने पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने तत्काल स्वीकृति हेतु प्रस्ताव प्रेषित किए जाने के लिए निर्देश दिए। वन विभाग द्वारा किए गए वृक्षारोपण के कार्य में मृत पौधों का सर्वे कर तत्काल उनमें नवीन पौधे रोपित करने के लिए कहा। उन्होंने ग्राम कलकसा का निरीक्षण किया, जहां ग्राम पंचायत द्वारा गौठान निर्माण के कार्यों को देख कर प्रसन्नता व्यक्त की एवं बाड़ी के कार्यों के लिए बाड़ी के चारों ओर फलदार पौधे लगाकर स्वसहायता समूह की आय में वृद्धि करने के प्रयास हेतु सुझाव दिया एवं उपस्थित उद्यानिकी अधिकारी को तत्काल मिट्टी के प्रकार एवं उपजाऊ क्षमता के आधार पर मिश्रित फसल या मसाले के फसल के लिए प्रयास के लिए निर्देश दिया गया, जिस पर तीन से चार दिवस में कार्य प्रारंभ किए जाने हेतु उपस्थित अधिकारी द्वारा सहमति दी गई। उन्होंने स्वसहायता समूह द्वारा क्रय किए गए गोबर से खाद निर्माण की प्रक्रिया से निर्मित खाद विक्रय का आकलन भी किया।

जिला पंचायत सीईओ श्रीमती तनुजा सलाम ने जनपद पंचायत छुरिया अंतर्गत मुंजालकला का गौठान का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कार्यरत स्वसहायता समूह की महिलाओं ने उन्हें इस कार्य के लिए चयन किये जाने पर धन्यवाद दिया एवं कड़ी मेहनत और लगन से कार्य को सफल बनाने के लिए प्रयास करने का वादा किया। निरीक्षण के दौरान जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी लक्ष्मण कचलाम एवं प्रतीक प्रधान, सहायक परियोजना अधिकारी राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन प्रदीप सहारे, सहायक, सहायक परियोजना अधिकारी मनरेगा श्री फैज मेमन, कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा विजय प्रताप, मोहित पटौदी एवं जनपद पंचायत के अन्य अधिकारी कर्मचारी तथा पशु चिकित्सा विभाग, उद्यानिकी विभाग, वन विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

उल्लेखनीय है कि जिले में ग्रामीण क्षेत्र अंतर्गत मनरेगा के माध्यम से निरंतर कार्य संचालित है और लगभग एक लाख श्रमिक प्रति दिवस कार्यरत है। जिसमें नवीन तालाब निर्माण, तालाब गहरीकरण, भूमि सुधार, गौठान निर्माण, बाड़ी निर्माण, चारागाह निर्माण, नरवा निर्माण, स्वसहायता समूह हेतु वर्क शेड निर्माण, कंपोस्ट टंकी निर्माण जैसे कार्यों में लगातार ग्रामीण श्रमिकों द्वारा कार्य किया जा रहा है।

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