ग्राम टेड़ेसरा के लोगों ने आरोपी के खिलाफ खोला मोर्चा
राजनांदगांव(दावा)। गत दिनों नांदगांव ब्लाक के टेडेसरा के ग्रामीणों ने गांव के भाजपा नेता सुदर्शन दास मानिकपुरी पर फर्जी तरीके धान बेचने व बैंक से लोन लेने का आरोप लगाया था और मामले की जांच करने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया था। ग्रामीणों ने उस सम्बंध में टेडेसरा में चक्का जाम भी किया गया था। इस तरह मामला अब एक राजनीतिक रंगलेलिया है।
इस सम्बंध में टेडेसरा के ग्रामीणों की मांग पर जिला प्रशासन द्वारा इसे संज्ञान में लेते हुए तहसीलदार के नेतृत्व में जांच कमेटी गठित की गई जिसमें खाद्य निरीक्षक श्रीमती शशि सिंह, राजस्व निरीक्षक चितेन्द्र राजपूत, हल्का पटवारी श्रीमती नलिनी चौबे, अंजोरा खरीदी केन्द्र के सदस्य एवं ग्राम टेडेसरा एवं अंजोरा के उपस्थित किसानों के समक्ष जांच की गई। जिसमें पाया गया कि ग्राम टेड़सरा में सुदर्शन मानिकपुरी के नाम पर कुल खसरा नं. 6 कुल रकबा 1.348 हेक्टेयर वर्तमान रिकार्ड में दर्ज है। उक्त भूमि उन्होंने अंजोरा निवासी श्रीमती बोजवती बाई पिता बृजभान साहू से क्रय की थी। उक्त भूमि में से रकबा 0.959 हेक्टेयर पर धान फसल दर्ज है। इस प्रकार ग्राम टेडेसरा का धान रकबा 0.347 हेक्टेयर एवं ग्राम अंजोरा का धान रकबा 0.959 हेक्टेयर कुल रकबा 1.306 हेक्टेयर का पंजीयन कृषक कोड टी एफ- 200020100396 के तहत 47.20 क्विंटल का पंजीयन सोमनी समिति में किया गया है। इस प्रकार 12 क्विंटल का पंजीयन ग्राम टेडेसरा की भूमि का एवं शेष 35.20 क्विंटल ग्राम अंजोरा की भूमि के विरूद्ध किया गया है। जिस पर उनके द्वारा कृषि कार्य नहीं किया जाता है। उनके द्वारा इस वर्ष मात्र 12 क्विंटल धान बिक्री किया गया है। जो टेडेसरा की भूमि में पैदा किया गया था। बताया गया है कि सुदर्शन माणिकपुरी द्वारा वर्ष-2018-19 में 42.80 क्विंटल वर्ष 2019-20 में 16.40 क्विंटल धान बिक्री किया गया। ग्राम वासियों के अनुसार सुदर्शन मानिकपुरी की मौके में जमीन नहीं है और न ही उसका कब्जा है। उपरोक्त आंकड़ो से स्पष्ट होता है कि सुदर्शन मानिकपुरी को ग्राम टेड़ेसरा की भूमि के विरूद्ध प्रतिवर्ष 12 क्विंटल धान बेचने का अधिकार था जबकि इससे कही अधिक का धान बेचा गया है इस तरह उन्होंने फर्जीवाड़ा कर धान बेचने एवं भूमि के नाम पर लेन-देन कर शासन को क्षति पहुंचाने का कार्य किया है। इस आधार पर ग्रामवासियों ने सुदर्शन मानिकपुरी के इस कृत्य पर सख्त कार्रवाई किये जाने की मांग की है।
राजनीतिक द्वेषवश-झूठी शिकायत के आरोप
इधर कथित आरोपी सुदर्शन माणिकपुरी ने अपने उपर लगे आरोप को राजनीति द्वेषावश किये गये झूठी शिकायत करार दिया है। जांच में अंकित उनके कथन के अनुसार सुदर्शन माणिकपुरी के नाम पर टेडेसरा में कुल खसरा नं. 4 कुल भूमि 0.86 एकड़ दर्ज है। तथा ग्राम अंजोरा में कुल खसरा नं. 6 कुल रकबा 3.33 एकड़ भूमि दर्ज है। उक्त भूमि एक फसली है। सुदर्शन के अनुसार वह सहकारी समिति सोमनी में पंजीकृत है व किसान होने के नाते उनके द्वारा शासकीय योजना का लाभ कृषि खाद बीज की पात्रता रखता है व उसका उपयोग भी करता है। उनके अनुसार बैंक से लिए गये कर्ज भी समय पर वापिस किये जाने की की बात कही जाती है।
उन्होंने इस वर्ष 16 दिसम्बर को 12.00 क्विंटल धान अंजोरा धान उपार्जन केन्द्र में विक्रय किया है। चूंकि गांव टेडेसरा में पार्टी बंदी व्याप्त है इसलिए उनके विरूद्ध झूठी शिकायत की गई है। सुदर्शन मानिकपुरी का कहना है कि शिकायत कर्ता ग्राम का भूतपूर्व सरपंच है तथा उनके खिलाफ धारा 409, 468, 471/34 भादवि का मामला प्रकरण क्रं. 84/13 में दर्ज है जिस मामले में शासन की ओर से उन्हें गवाह बनाया गया था इसलिए राजनीतिक द्वेषवश उनके विरूद्ध झूठी शिकायत दर्ज की गई है। ज्ञात हो कि उपरोक्त मामले में ग्राम टेड़सरा के भागवत साहू, तुलदास, खुमानदास, लखनलाल, कृष्ण देव, बहुरसिंग, जेनुराम, छबिलाल, खेमुराम आदि ने कलेक्टर से लेकर एसडीएम तक शिकायत की थी जिस पर संज्ञान लेकर जांच कार्रवाई की जा रही है। जांच के बाद ही सुदर्शन पर लगे आरोप का खुलासा हो सकेगा। बहरहाल ग्रामवासियों ने प्रशासन पर आरोप पर सख्त कार्रवाई किये जाने का दबाव बनाया गया।