बारदाना संकट और उठाव नहीं होने कई किसान हो सकते हैें धान बेचने से वंचित
राजनांदगांव(दावा)। जिले के समर्थन मूल्य में धान खरीदी केन्द्रों में अव्यवस्था की वजह से किसान धान नहीं बेच पा रहे है। धान खरीदी के लिए सिर्फ 12 दिन का समय बचा हुआ है। जबकि 60 हजार से अधिक किसान अभी अपना उपज नहीं बेच पाए हैं। खरीदी केन्द्रों में जो हालात है, उससे इन 12 दिनों में 60 हजार किसानों का धान खरीदी कर पाना असंभव लग रहा है। ऐसे में जिले के सैंकड़ो किसान धान बेचने से वंचित रह सकते हैं।
गौरतलब है कि जिले के धान खरीदी केन्द्रों का बहुत ही बुरा हाल है। कई खरीदी केन्द्रों में अब भी बारदाने का संकट है। वहीं धान का परिवहन नहीं होने से जगह के अभाव में खरीदी प्रभावित हो रही है। बावजूद इसके व्यवस्था सुधारने जिम्मेदारों द्वारा गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है।
1.97 लाख किसानों ने कराया है पंजीयन
समर्थन मूल्य में धान बेचने इस साल एक लाख 97 हजार किसानों ने अपना पंजीयन कराया है। अब तक जिले में एक लाख 36 हजार 885 किसानों ने ही धान बेचा है। यानि करीब 60 हजार किसान धान बेचने बचे हुए है। समर्थन मूल्य में धान की खरीदी 31 जनवरी तक ही किया जाना है। शनिवार-रविवार व अन्य सरकारी छुट्टियों में खरीदी नहीं होगी। यानि किसानों को धान बेचने इस माह सिर्फ 12 दिन का ही समय मिलेगा। केन्द्रों में बारदाना सहित अन्य समस्या की वजह से टोकन लिए किसान भी समय के सप्ताह भर का समय बीत जाने के बाद बी धान नहीं बेच पा रहे है। ऐसे में इन 12 दिन में बचे हुए 60 हजार किसानों का धान खरीदना संभव ही नहीं है। ऐसे हालात में जिले के सैंकड़ों किसान धान नहीं बेच पाऐंगे।
स्वयं के बारदानों से सैकड़ों किसानों ने बेचा धान
जिले में ऐसा पहली बार हुआ है कि समर्थन मूल्य में धान बेचने वाले किसानों को स्वंय के बारदाने धान बिक्री करने की नौबत आई है। राज्य सरकार द्वारा बारदाने की व्यवस्था नहीं कर पाने की वजह से किसानों को स्वंय के बारदाने में धान बेचने की जरुरत पड़ा। इसमें भी किसानों का काफी नुकसान उठाना पडा। मिली जानकारी के अनुसार धान बेचने के लिए किसान बाजार से 30 से 35 रुपए प्रति नग में बारदाना खरीद कर ले गए, लेनिक सरकार से किसानों को प्रति बारदाना सिर्फ 15 रुपए से दिया जा रहा है।
पिछले दिनों जिले में एक हजार गठान बारदाना पहुंचा है। खरीदी केन्द्रों से धान का परिवहन भी अब तेजी से हो रहा है। 31 जनवरी तक बचे हुए सभी किसानों की धान खरीदी पूरी हो जाएगी।
– सुनील वर्मा, सीईओ जिला सहकारी बैंक