माहभर में छड़ की कीमतों में 15 से 20 हजार की बढ़ोतरी
राजनांदगांव(दावा)। इन दिनों सरिया की कीमत में काफी बढ़ोतरी हो गई है। सरिया की कीमत बढऩे से निजी व सरकारी भवन व आवास निर्माण कार्यों में ब्रेक लग गया है। माह भर पहले जिस सरिया की कीमत 43 सौ से 45 सौ रुपए क्विंटल था। वर्तमान में सरिया की कीमत 6 हजार से 62 सौ रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। यानि माह भर में सरिया की कीमत में 1500 सौ से 2000 तक की बढ़ोतरी हो गई है।
जानकारी के अनुसार कच्चे माल की कमी की वजह से सरिया की कीमत में आग लग गई है। कच्चे माल की आवक कम होने से सरिया के निर्माण करने वाले फैक्टियों में कम पैमाने पर निर्माण हो रहा है। इसकी वजह से बाजार में सरिया की कीमत काफी बढ़ गई है। सरिया की कीमत बढऩे से सभी प्रकार के निर्माण कार्यों में असर पड़ रहा है।
बताया जा रहा है कि सरिया की कीमत बढऩे से ठेकेदारों द्वारा सरकारी भवन, नाली सहित अन्य निर्माण कार्यों का काम रोक दिया गया है। ठेकेदारों का कहना है कि टेंडर के आधार पर ही निर्माण हो रहा है। अचानक सरिया की कीमत बढऩे से उन्हे काफी नुकसान उठाना पड़ेगा। ठेकेदारों का कहना है कि निर्माण कार्यों का मूल्यांकन स्टीमेंट के आधार पर होगा। ऐसे में सरिया की कीमत बढऩे का उन्हें अलग से राशि नहीं मिलेगी। वहीं निजी आवास बनाने वाले लोग भी सरिया की बढ़ी कीमत को लेकर कार्यों को बंद कर दिए हैं।
पंचायतों के निर्माण कार्य भी अटके
ब्लाक के 117 ग्राम पंचायतों में निर्माण व विकास कार्य बड़ी संख्या में स्वीकृत हुए है। निर्माण सामग्री की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि व मजदूर नहीं मिलने से काम बंद पड़े हैं। सरपंचों ने बताया कि निर्माण सामग्री का दाम बढ़ रहा है तो निर्माण कार्य पूरा करना संभव नहीं है। फिलहाल सरिया व सीमेंट की कीमत बढऩे से सभी प्रकार के निर्माण कार्यों पर बुरा असर पड़ रहा है।
पीएम आवास निर्माण पर भी लगा ब्रेक
केंद्र व प्रदेश सरकार आवासहीन परिवारों को पक्का मकान बनाने के लिए ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में राशि उपलब्ध करा रही है। लेकिन हर रोज निर्माण सामग्री लोहे, सीमेंट, ईट, रेती व गिट्टी के बढ़ते दामों ने हितग्राहियों की चिंत बढ़ा दी है। उन्हे आवास निर्माण के लिए दी जाने वाली राशि कम लगने लगी है। हितग्राहियों के लिए घर बनाना मुश्किल हो गया है। लोहा विक्रेता नवलकुमार जैन ने बताया कि वर्तमान में लोहे का दाम 6000 से 6200 रुपए प्रति क्विंटल है। यही लोहा माहभर पहले 43 से 45 सौ प्रति क्विंटल था। लोहे के दाम में 15 सै 2 हजार रुपए तक की बढ़ोतरी हुई है। योजना के प्रारंभ के समय जारी की गई राशि हितग्राही के आवास निर्माण के लिए पर्याप्त लग रही थी। वहीं अब मूल्य वृद्धि से हितग्राहियों के लिए परेशानी बन गई है। ऐसे में पीएम आवास निर्माण पर रोक लग गया है।