चमोली । उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ क्षेत्र के रेणी गांव में रविवार को एक ग्लेशियर के फटने के बाद आई बाढ़ में अब तक करबी 150 लोग हैं या उनके मृत होने की आशंका है। आईटीबीपी के जवान यहां लगातार राहत व बचाव कार्य में लगे हुए हैं। उत्तराखंड में एसडीआरएफ ने चमोली जिले में तपोवन बांध के पास की सुरंग में बचाव अभियान आज सुबह भी जारी है। इस बीच केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने उत्तराखंड त्रासदी पर कहा कि इस वक्त हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती सुरंग में फंसे करीब 34 लोगों को बचाना हैं। अभी हम सुरंग के अंदर 70 मीटर तक गए हैं और करीब 180 मीटर तक और जाना है। किस तरह से हम सुरंग से मलवा निकाले, इसके लिए पदाधिकारियों के साथ बातचीत की गई है।
वहीं सुबह एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान ने कहा कि 2.5 किमी लंबी सुरंग में बचाव कार्य जारी है और अभी तक 27 लोगों को बचा लिया गया है। उन्होंने कहा कि फिलहाल 153 लोग लापता हैं, साथ ही 40-50 लोग टनल में फंसे हुए हैं।
आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक कुमार पांडे ने बताया कि हमने दूसरी टनल के लिए सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है, वहां करीब 30 लोगों के फंसे होने की सूचना है। आईटीबीपी के 300 जवान टनल को क्लियर करने में लगे हैं, जिससे लोगों को निकाला जा सके। स्थानीय प्रशासन के मुताबिक 170 लोग इस आपदा में लापता हैं। वहीं चमोली पुलिस ने भी बताया कि टनल में फंसे लोगों के लिए राहत एवं बचाव कार्य जारी है। जेसीबी की मदद से टनल के अंदर पहुंच कर रास्ता खोलने का प्रयास किया जा रहा है। अब तक कुल 15 व्यक्तियों को रेस्क्यू किया गया है और अलग-अलग स्थानों से 14 शव बरामद किए गए हैं। वहीं वायु सेना के हेलिकॉप्टर भी राहत व बचाव कार्य के लिए लगा दिए गए हैं।