शुक्र आज (रविवार) अस्त होने वाला है। इस ग्रह को विवाह व अन्य मांगलिक कार्यों के लिए कारक कहा गया है। अब 17 जनवरी से अस्त चल रहा गुरु उदित होगा। ग्रहों की ऐसी स्थिति के कारण 15 अप्रैल तक मांगलिक कार्य नहीं हो सकते हैं। बता दें जिस प्रकार तारा का उदय मांगलिक कार्यों के लिए बेहद जरूरी है, ठीक उस तरह शुक्र का उदय सभी मांगलिक काम में अहम माना गया है।
पंडित विवेक गैरोला के अनुसार शुक्र ग्रह को प्यार और शादी का कारक माना जाता है। शुक्र के प्रभाव से ही जातकों को भौतिक सुख, भोग-विलास, सौन्दर्य, कला-प्रतिभा, रोमांस और वैवाहिक सुख की प्राप्ति होती है। शुक्र के अस्त होने पर नींव पूजन, शादी, मुंडन, ग्रह प्रवेश आदि शुभ कार्यों नहीं होगा। हालांकि नामकरण, पूजन-हवन, कथा, सगाई, वाहन और आभूषण की खरीदारी इस दौरान की जा सकती है।
वैदिक शास्त्र के मुताबिक किसी भी ग्रह के सूरज के निकट आना उसे अस्त कर सकता है। जब शुक्र का गोचर होता है और सूर्य के इतने पास पहुंच जाता है, दोनों के बीच 10 अंश का अंतर हो तो शुक्र ग्रह अस्त माना जाता है। शुक्र अस्त होने पर शुभ फल देने में कमी कर देता है। शुक्र उदय होने के बाद पहला शुद्ध विवाह मुहूर्त 22 अप्रैल से शुरू होगा। इसके बाद 38 मुहूर्त मई, जून और जुलाई महीने में है। वहीं दिसंबर महीने में मलमास शुरू होने तक 13 शुभ मुहूर्त है।
इन राशियों पर पड़ेगा असर-
मेष राशि- इस राशि के जातकों का जीवन साथी के साथ मनमुटाव हो सकता है। सेहत पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत होगी।
सिंह राशि- पैसों के मामले में नुकसान उठाना पड़ सकता है। वहीं प्रमोशन में रुकावट आ सकती है।
तुला राशि– कोई भी खरीदारी करने से पहले विशेष ध्यान रखे। किसी को भी कर्ज देने से बचे।