नई दिल्ली Gold and Silver Price । बीते हफ्ते के अंतिम कारोबारी दिन शुक्रवार को 5 अप्रैल, 2021 वायदा के सोने की कीमत MCX एक्सचेंज पर 71 रुपए की बढ़त के साथ 46,197 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। बीते सप्ताह सोने के वायदा भाव में अच्छी-खासी गिरावट दर्ज की गई है। पिछले 6 माह की बात करें तो सोने की कीमत में इस समय काफी गिरावट आ चुकी है।
बीते सप्ताह भी सोने की कीमत में आई गिरावट
बीते सप्ताह की बात करें तो सोने के भाव में गिरावट दर्ज हुई है। बीते सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार, 15 फरवरी को MCX पर 5 अप्रैल, 2021 वायदा के सोने के भाव में 47,436 रुपए प्रति 10 ग्राम पर खुली थी। वहीं, इससे पिछले सत्र में इस सोने का भाव 47,318 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी। इस तरह इस सोने का भाव में बीते हफ्ते 1121 रुपए प्रति 10 ग्राम की गिरावट दर्ज हुई है।
6 महीने में काफी गिर गया सोने का भाव
बीते 6 महीने में सोने की कीमत में भारी गिरावट दर्ज की गई है। सोने के वायदा भाव का पिछला उच्च स्तर सात अगस्त 2020 को देखने को मिला था। इस सत्र में सोने का वायदा भाव करीब 57,100 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। इस तरह सोने का वायदा भाव पिछले 6 महीने में 10,900 रुपए प्रति 10 ग्राम टूट चुका है।
बीते सप्ताह चांदी की कीमतों में भी काफी गिरावट देखने को मिली है। आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को 5 मार्च, 2021 वायदा की चांदी की कीमत MCX पर 518 रुपए की तेजी के साथ 69,012 रुपए प्रति किलोग्राम पर बंद हुई। इस चांदी की कीमत बीते हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सोमवार, 15 फरवरी को MCX पर 69,300 रुपए प्रति किलोग्राम पर खुला था। इससे पिछले सत्र में यह 69,117 रुपए प्रति किलोग्राम पर बंद हुआ था।
इस तरह इस चांदी के भाव में बीते हफ्ते में 105 रुपए प्रति किलोग्राम की गिरावट दर्ज की गई। चांदी का पिछला उच्च स्तर 10 अगस्त 2020 को देखने को मिला था। इस सत्र में मार्च, 2021 वायदा की चांदी की कीमत 79,147 रुपए प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। इस तरह चांदी का भाव अपने पिछले उच्च स्तर की तुलना में 10,135 रुपए प्रति किलोग्राम टूट चुका है।
गौरतलब है कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट प्रस्ताव में सोने और चांदी पर आयात शुल्क में 5 फीसदी की कटौती का ऐलान किया है। फिलहाल सोने और चांदी पर 12.5 फीसदी आयात शुल्क चुकाना पड़ता है, लेकिन अब एक अक्टूबर से सोने और चांदी पर सिर्फ 7.5 फीसदी इंपोर्ट ड्यूटी चुकानी होगी। इससे भी सोने और चांदी की कीमतों में कमी आएगी।