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धुर नक्सल प्रभावित कटेमा गांव पहुंचे एसपी, ग्रामीणों से हुए रुबरु

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गांव में कैंप लगा कर ग्रामीणों की दिक्कतों को मौके पर दूर करने की कोशिश
राजनांदगांव (दावा)।
एसपी डी. श्रवण कुमार मंगलवार को छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश की सरहद पर बसे गातापार थाना क्षेत्र के धुर नक्सल प्रभावित गांव कटेमा पहुंचे और कैंप लगाकार ग्रामीणों से रुबरु हुए। एसपी डी. श्रवण की व्यक्तिगत रूचि के चलते नक्सलियों के गढ़ माने जाने वाले इस गांव में विशेष कैम्प लगाकर ग्रामीणों की सेहत की जहां जांच पड़ताल की। वहीं रोजमर्रा से जुड़े दिक्कतों को मौके पर दूर करने की भी कोशिश हुई।

बताया जा रहा है कि कटेमा में पुलिस की मौजूदगी में पहली बार कैम्प का आयोजन किया गया। नक्सल क्षेत्र होने से कटेमा विकास के मुख्यधारा से कोसो दूर है। शिक्षा, सडक और स्वास्थ्य जैसी अहम बुनियादी जरूरतों के लिए यह गांव सदियों से तरसता रहा है।

बिजली नहीं सौर ऊर्जा से मिलती है रोशनी
बताया जा रहा है कि एसपी के समक्ष गांव के लोगों ने सडक़ निर्माण की मांग को प्रमुखता से रखा। वनग्राम माने जाने वाले कटेमा में बमुश्किल 20-25 परिवारों की बसाहट है। आज पर्यन्त इस गांव में विद्युत की सुविधा नहीं है। सौर ऊर्जा के जरिये ही गांव में रौशनी होती है। देखरेख की कमी के कारण यह गांव कई बार विपरीत मौसम में भी अंधेरे के आगोश में रहता है।, जिसके चलते यह गांव साल के कई महीनों तक कस्बों और मुख्यालय से कटा रहता है। इसी के चलते एसपी डी. श्रवण ने मंगलवार को कैम्प लगाकर प्रत्यक्ष तौर पर वनवासियों से मुलाकात की। स्कूली बच्चों को जहां पाठ्य पुस्तक और गणवेश दिए गए। वहीं कुछ बच्चों में मामूली बीमारियों जैसे घाव, खुजली तथा कृमिनाशक दवाईयां दी गई।

बुजुर्गों को धोती और दूसरे वस्त्र वितरित किए

कैम्प की खास बात यह रही कि पुलिस को अपने बीच पाकर आम तौर पर रास्ता बदल देने वाले ग्रामीण काफी आत्मीयता से एसपी से मुलाकात की। एसपी को अपने व्यवहारिक और निजी जीवन से वाकिफ कराया। अतिसंवेदनशील होने के बावजूद एसपी ने पूरे दिन वन वासियों के बीच वक्त गुजारा। उन्होंने राज्य सरकार की योजनाओं का भरपूर लाभ लेने के लिए जहां जानकारी दी। वहीं उन्होंने लेागों को योजनाओं से सीधे जुडऩे के लिए प्रोत्साहित भी किया। एसपी ने पुरूषों के कंधे में गमछे डाले। वहीं बुजुर्गों को धोती और दूसरे वस्त्र वितरित किए। बताया जा रहा है कि पुलिस के इस रूख को देखकर ग्रामीणों का मन प्रफुल्लित हो गया। एसपी ने वन बाशिंदों की बुनियादी समस्याओं को राज्य सरकार के जरिये सुलझाने का भी भरोसा दिया।

ग्रामीणों के साथ एसपी ने किया भोजन
कैम्प में शामिल होने पहुंचे वन बाशिंदे उस वक्त हैरानी में पड़ गए, जब एसपी उनके बीच बैठकर भोजन करते नजर आए। एसपी डी. श्रवण ने खासतौर पर अपने मातहत कर्मियों को ग्रामीणों के साथ भोजन करने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। एसपी के इस उदार रूख के कारण कटेमा के लोगों के चेहरे में अचरज भी नजर आया। एसपी ने कहा कि सरकार की कई महती योजनाएं हैं, जिससे जुडक़र गांव की तस्वीर बदल सकती है। उन्होंने नक्सलियों का साथ नहीं देने की ग्रामीणों से गुजारिश की। उन्होंने यह भी कहा कि बच्चों के शिक्षा-दीक्षा को लेकर एक सकारात्मक सोच के साथ वन बाशिंदे सरकार के साथ कदमताल करेंगे तो निश्चित तौर पर विकास से तस्वीर बदलेगी। इस दौरान एसडीओपी जीसी पति, गातापार थाना प्रभारी जितेन्द्र डहरिया भी मौजूद थे।

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