दक्षिण बस्तर के नक्सली पर था 14 लाख का ईनाम
राजनांदगांव(दावा)। छत्सीसगढ़ सीमा से लगे मध्यप्रदेश के बालाघाट पुलिस ने छत्तीसगढ़ निवासी एक हार्डकोर नक्सली को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए नक्सली पर 14 लाख का ईनाम घोषित था। मिली जानकारी के अनुसार लांजी अनुभाग के अंदरूनी इलाके में दर्रेकसा दलम के श्यामलाल नामक हार्डकोर नक्सली को बालाघाट पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए नक्सली का उम्र 60 साल बताया जा रहा है और वह मूलत: छत्तीसगढ़ के दक्षिण बस्तर का रहने वाला है।
जानकारी के अनुसार पकड़ा गया नक्सली श्यामलाल कुछ दिन पहले अपने साथियों के साथ एक गांव से होकर गुजर रहा था। उसी दौरान पुलिस के पहुंचने की खबर से नक्सली इधर-उधर भागने लग गए। इस आपाधापी में श्यामलाल अपने साथियों से अलग हो गया। करीब 6 दिन तक वह जंगल में भटकता रहा।
साथियों से बिछडक़र जंगल में भटक रहा था
बताया जा रहा है कि पकड़े गए नक्सली श्यामलाल उम्रदराज होने की वजह से उसका दिमागी संतुलन बिगड़ गया है। इसी के कारण अपने साथियों से बिछडऩे के बाद वह जंगल में ही भटकता रहा। पुलिस ने एक नक्सली के भटकने की खबर के बाद घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि पूछताछ के दौरान इस हार्डकोर नक्सली ने कई चौकाने वाले तथ्यों का खुलासा किया है। नक्सलियों की रणनीति को लेकर पुलिस को कई अहम सुराग मिले हैं। सूत्रों का कहना है कि नक्सली संगठन एमएमसी जोन में अपनी ताकत में विस्तार करने की पूरजोर कोशिश कर रहा है। एमएमसी जोन को लाल गलियारा बनाने के लिए नक्सलियों की कोशिशें सांगठनिक स्तर पर चल रही है।
दर्रेकसा दलम में रहते कई वारदात को अंजाम
बताया जा रहा है कि दर्रेकसा दलम में रहते हुए उक्त नक्सली श्यामलाल ने कई वारदातों को अंजाम दिया है। पिछले दो साल के भीतर बालाघाट रेंज में सात नक्सली जहां पुलिस के हाथों मारे गए हैं। वहीं हार्डकोर नक्सली बादल के बाद श्यामलाल की दूसरी गिरफ्तारी पुलिस ने की है। नक्सल मोर्चे में बालाघाट पुलिस को लगतार सफलताएं मिल रही है।