विराट कोहली ने फिर एक बार अपनी कप्तानी से फैंस को हैरत में डाल दिया है। पुणे में इंग्लैंड के खिलाफ खेले जा रहे पहले वनडे से पहले विराट कोहली ने टीम में अंतिम ग्यारह में ऋषभ पंत को जगह नहीं दी। उनकी जगह केएल राहुल को टीम में रखा गया है।
साल 2019 विश्वकप के बाद टीम इंडिया ने ऋषभ पंत को और मौके दिए लेकिन वह वनडे और टी-20 क्रिकेट में इसका फायदा नहीं उठा पाए थे। इसके बाद कोहली ने राहुल को ही ग्ब्स पहनाना शुरु किया। इससे टीम को एक अतिरिक्त खिलाड़ी की जगह मिली।
लेकिन पिछले कुछ महीनों से ऋषभ पंत एक स्टार बन चुके हैं। ऑस्ट्रेलया और इंग्लैंड से हुई टेस्ट सीरीज की जीत में उनका अहम योगदान है। लेकिन इसके बावजूद पंत की जगह राहुल को दे दी गई।
अगर यह मान भी लिया जाए कि पंत का फॉर्म हालिया टी-20 सीरीज में अच्छा नहीं रहा है तो केएल राहुल का फॉर्म तो और भी खराब रहा है। ऋषभ पंत ने सीरीज के 5 मैचों में 25 की औसत से 102 रन बनाए। उनका स्ट्राइक रेट भी महज 129 का था।
वहीं केएल राहुल तो टी-20 सीरीज में बुरी तरह फ्लॉप रहे थे। पहले तीन टी-20 मैच में वह दो बार डक पर आउट हुए थे और सिर्फ 1 रन बनाए थे। जिसके कारण उनकी रैंकिंग मेें भी गिरावट आयी थी और वह बल्लेबाजों की रैंकिंग में बाबर आजम से नीचे खिसक गए थे। कुल 4 मैचों में केएल राहुल 4 की औसत से 15 रन बना पाए थे।ऐसे में विकेटकीपर के तौर पर पंत की जगह
केएल राहुल को खिलाना फैंस और क्रिकेट विशेषज्ञों के गले नहीं उतरा क्योंकि पिछले 5 टी-20 मैच में पंत ने ही कीपिंग की थी ऐसे में एक दम से कीपर बदलना अच्छी कप्तानी में नहीं गिना जाएगा।
यह बात सही है कि विराट कोहली चाहते हैं कि केएल राहुल जल्द से जल्द फॉर्म में आए लेकिन इसके लिए पंत का पत्ता काटना सही नहीं है। बाएं हाथ के बल्लेबाजों की आज कमी नहीं है इस कारण भी शायद पंत बाहर बैठे हैं क्योंकि क्रुणाल पांड्या का डेब्यू हुआ है।