बिलासपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे मजदूर कांग्रेस पदाधिकारी रेल मंडल में जनसंपर्क अभियान चलाकर रेल कर्मचारियों की समस्याएं पूछ रहे हैं। इसके साथ ही निजीकरण व श्रम कानून में कर्मचारी विरोधी बदलाव के बारे में व्यापक जन जागरण भी किया जा रहा है।
रेलवे मजदूर कांग्रेस बिलासपुर एवं एनएफआइआर के द्वारा लगातार रेल प्रशासन को विभिन्न् मुद्दों पर पत्राचार कर एवं रेलवे अधिकारियों के साथ बैठक कर रेल कर्मचारियों के समस्याओं का हल निकालने रेलवे बोर्ड जोनल स्तर एवं मंडल स्तर से रेल कर्मचारियों को सुविधाएं और संसाधन उपलब्ध करा रहे हैं।
देश में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए भारतीय रेल के सभी रेलवे अस्पतालों कार्यरत पैरामेडिकल स्टाफ एवं अनुबंधित स्वास्थ्य कर्मचारियों की नियुक्ति को अगले 10 महीने तक बढ़ाने रेलवे बोर्ड से बढ़ाने की मांग की गई थी। नेशनल फेडरेशन इंडिया की इसी मांग पर बोर्ड ने पैरामेडिकल स्टाफ, अनुबंधित स्वास्थ्य कर्मचारियों की छह माह के लिए बढ़ा दी है।
इससे वर्तमान में कार्यरत चिकित्सा विभाग के कर्मचारियों पर कम दबाव पड़ेगा। इसके साथ ही रेलवे मजदूर कांग्रेस लगातार रेल कर्मचारियों से संपर्क कर उनकी समस्याओं को जान रहे हैं ताकि उन समस्याओं को रेल प्रशासन के समक्ष प्रमुखता के साथ रखकर उनका निराकरण किया जा सके।
नवीन पाकेट बुक डायरी का भी वितरण किया जा रहा है। कोरोना को लेकर मजदूर कांग्रेस ने सभी कार्य स्थलों में सैनिटाइजर की व्यवस्था और जिन कर्मचारियों को कोरोना वायरस टीकाकरण लगेगा उनको कम से कम एक दिन की सरकारी अवकाश देने की मांग की है। ऐसे कर्मचारी जो सीधे यात्रियों के संपर्क में आते हैं उनके लिए भी टीकाकरण की मांग भी की गई है।
ऐसे कर्मचारियों पर उम्र की बाध्यता का नियम लागू न किया जाए। अभियान में रेलवे मजदूर कांग्रेस के जोनल उपाध्यक्ष आशुतोष स्वर्णकार , संयुक्त महामंत्री सीआइसी प्रभारी लक्ष्मण राव, शाखा सचिव जीएस आईच, डीडी महेश, एमडब्ल्यू इस्लाम, एके चंद्रा, राजेश , जावेद खान , आरके यादव, मलयशील दास , रामदास राठौर बालकृष्ण बंगारी , विजय कैवर्त्य , एन हेमंत कुमार , सीएन सिंह शामिल हैं।