दानदाताओं द्वारा लाए गए 10 वेंटिलेटर अब तक शुरु नहीं
ाजनांदगांव(दावा)। कोरोना संक्रमित लोगों के लिए वेंटिलेटर ही वरदान साबित हो रहा है। बावजूद इसके शहर में संचालित मेडिकल कॉलेज अस्पताल में वेंटिलेटर की कमी कोरोना संक्रमण से निपटने में रोड़ा अटका रहा है। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सिर्फ 15 वेंटिलेटर है। सभी बुक है। मंगलवार को शहर के कुछ दानदाताओं द्वारा 10 वेंटिलेटर अस्पताल को दान में दिया गया है, लेकिन अभी तक इन वेंटिलेटर को अब तक सिस्टम में फीट नहीं किया गया है।
गौरतलब है कि जिले में जिस रफ्तार से कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। सारे सिस्टम फेलवर साबित हो रहा है। जिले में रेमडेसिविर इंजेक्शन का स्टॉक खत्म हो गया है। वहीं वेंटिलेटर की काफी कमी है। वहीं आक्सीजन सिलेंडर की भी कमी सबसे बड़ी समस्या बन कर सामने आ रही है।
आक्सीजन प्लांट से रोजाना 170 सिलेंडर की सप्लाई
अस्पताल प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार शहर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आक्सीजन प्लांट से रोजाना 170 सिलेंडर की सप्लाई हो रही है। वहीं जिला प्रशासन द्वारा कुछ प्राइवेट प्लांट से भी आक्सीजन की सप्लाई मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कोविड 19 वार्ड में किया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार अस्पताल में रोजाना 400 आक्सीजन सिलेंडर की सप्लाई हो रही है। बावजूद इसके आक्सीजन सिलेंडर की कमी बनी हुई है। इसका बड़ा कारण रोजाना बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित मरीजों का मिलना है। मरीजों की संख्या इतना अधिक हो रहा है कि सारे सिस्टम फेलवर साबित हो रहा है।
अस्पताल के आक्सीजन प्लांट से रोजाना 170 सिलेंडर की सप्लाई हो रही है। वहीं कुछ प्राइवेट प्लांट से भी सिलेंडर की सप्लाई अस्पताल में हो रहा है। रोजाना अस्पताल में 400 सिलेंडर की खपत हो रही है। सिलेंडर की संख्या और बढ़ाई जाएगी। डॉ रेणुका गहने, डीन मेडिकल कॉलेज अस्पताल