सप्ताह भर में ग्रामीण क्षेत्रों में मिले 5149 मरीज, शहर में 2334 संक्रमित
राजनांदगांव(दावा)। जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बेकाबू स्तर पर चल रहा है। जिले में रोजाना एक हजार से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। इसमें कोरोना शहर से कहीं अधिक क्षेत्रों में कोहराम मचा कर रखा है। पिछले सप्ताह भर में ग्रामीण क्षेत्रों में शहर से दो गुना अधिक मरीज सामने आए है। वहीं मौत के आंकड़े भी ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ रहा है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ग्रामीण क्षेत्र के लोग कोरोना को लेकर कितने बेपरवाह हैं।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 7 से 13 अप्रैल तक जिले में 7483 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। इसमें सबसे अधिक ग्रामीण क्षेत्र में 5149 मरीज सामने आए हैं। वहीं सप्ताह भर में शहर से 2334 मरीजों की पुष्टि हुई है। यानि सप्ताह भर मेें शहर से दोगुना अधिक मरीज गांवों से मिले हैं।
7 से 13 अप्रैल तक शहर व ग्रामीण क्षेत्रों का आंकड़ा
7 से 13 अप्रैल तक जिले में रोजाना हजार के आस-पास कोरोना के मरीज सामने आए है। इसमें ग्रामीण क्षेत्र के आंकड़े काफी डरावने है। 7 अप्रैल को जिले में कुल 914 मरीज मिले थे। इसमें ग्रामीण क्षेत्र से 594 और शहर से 320, 8 अप्रैल को जिले में 1096 मरीज सामने आए थे। इसमें ग्रामीण क्षेत्र से 757 तो शहर से 339, 9 अप्रैल को जिले से 11 83 मरीज सामने आए थे। इसमें ग्रामीण क्षेत्र से 847 तो शहर से 336, 10 अप्रैल को जिले में 997 मरीज मिले थे। इसमें ग्रामीण क्षेत्र से 653 तो शहर से 344 मरीजों की पुुष्टि हुई थी। वहीं 11 अप्रैल को जिले में 961 मरीज मिले थे। इसमें ग्रामीण क्षेत्र से 510 तो शहर से 451 मरीज सामने आए थे। इसके अलावा 12 अप्रैल को जिले में 1284 मरीज मिले थे। इसमें ग्रामीण क्षेत्र से 824 तो शहर से 460 मरीजों की पुष्टि हुई थी। वहीं 13 अप्रैल को जिले में 1368 मरीज मिले थे। इसमें ग्रामीण क्षेत्र से 964 तो शहर से 404 मरीजों की पुष्टि हुई थी। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण किस तेजी से बढ़ रहा है।
सरकारी आंकड़े में चार दिनों में 40 मौत
जिले में कोरोना का कहर इस कदर कोहराम मचा रहा है कि सरकारी आंकड़े के अनुसार पिछले चार दिन में कोरोना संक्रमित 40 लोगों की मौत हुई है। यानि रोजाना 10 लोगों की जान कोरोना से हो रही है। इसमें मौते के आंकड़े कहीं अधिक हो सकते है। क्योकि कई लोगों की प्राइवेट अस्पतालों में भी कोरोना से मौत हो रही है। इसका रिकार्ड सरकारी आंकड़े में शामिल नहीं है। कोरोना संक्रमण से मौत शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी हो रही है। कोरोना से मौत के मामले म 35- 40 आयु के लोग भी शामिल है। यानि कोरोना के उम्र दराज लोगों के अलावा युवाओं की भी हो रही है। यह आंकड़ा ऐसे वक्त में आ रहा है जब समूचा राजनांदगांव जिला लॉकडाउन के गिरफ्त में है। इसके बावजूद संक्रमण के मामलों में कमी नहीं आ रही है। संक्रमण चेन तोडऩे के लिए 10 से 19 अप्रैल तक जिले को लॉक कर दिया गया है।
छुईखदान, खैरागढ़ व डोंगरगांव में अधिक मरीज
कोरोना अब शहर से अधिक ग्रामीण क्षेत्र में तेजी से फैल रहा है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार ग्रामीण क्षेत्र में इन दिनों सबसे अधिक मरीज छुईखदान ब्लाक से मिल रहे है। पिछले चार दिनों से इस ब्लाक में 100 से अधिक मरीज सामने आ रहे है। वहीं दूसरे नंबर पर खैरागढ़ ब्लाक शामिल है। इसके बाद डोंगरगांव, डोंगरगढ़ के बाद राजनांदगांव ब्लाक का नंबर है। राजनांदगांव ब्लाक में भी रोजाना बड़ी संख्या में कोरोना के मरीज मिल रहे है। वहीं वनांचल क्षेत्र मानपुर-मोहला ब्लाक में ही कोरोना की रफ्तार कम है। इन ब्लाक में रोजाना 10 से 15 मरीज ही मिल रहे हैं।
इन क्षेत्रों में मिल रहे अधिक मरीज
राजनांदगांव शहर की श्रमिक बाहुल्य वालों की दशा बेहद खराब है। श्रमिक इलाके बसंतपुर, शांति नगर, चिखली, गौरीनगर, नंदई, तथा लखोली इलाके में रोज दर्जनों मामले सामने आ रहे हैं। शहर का अंदरूनी इलाका भी कोरोना से अछूता नहीं है।
आने वाले कुछ दिनों में स्थिति भयावह हो सकती है। इसके पीछे कारण यह है कि सरकारी और निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों की भरमार है। हालांकि प्रशासन रोजाना नए-नए जगहों को कोविड केयर सेंटर के रूप में तब्दील कर रहा है। इसी कड़ी में राजनांदगांव प्रेस क्लब ने भी कोरोना से जंग लडऩे के लिए अपने भवन को कोविड सेंटर के रूप में बदल दिया है। शहर के उद्योगपति बहादुर अली ने इंदामरा स्थित अपने स्कूल को भी कोविड केयर सेंटर का रूप दिया है। कुल मिलाकर जिले के लिए गुजरा 4 दिन भयानक साबित हो रहा है। वैसे तो अप्रैल का पहला पखवाड़ा मौतों की संख्या के लिहाज से डरावना साबित हो रहा है।