राजनांदगांव(दावा)। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता नीलू शर्मा ने कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामले को लेकर प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार वायरस को फैलने से रोकने में नाकाम रही है. जनसंख्या घनत्व के मुताबिक पॉजिटिव दर में छत्तीसगढ़ देश में प्रथम स्थान पर है. श्री शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार की अपनी जिम्मेदारी होती है पर छ.ग. की कांग्रेस सरकार अपनी सारी जिम्मेदारी केंद्र सरकार पर मढक़र विफलता के नए पायदान पर चढ़ रही है. आज प्रदेश में जो कोरोना की भयावह स्थिति है, वह चिंता का विषय है, पर सरकार का अब भी असम से मोह भंग नहीं हुआ है, वहां के नेताओ के साथ प्रदेश के मंत्रीगण पार्टी करने में व्यस्त हैं.
बढ़ते कोरोना के मामले पर श्री शर्मा ने कहा कि आज आरटीपीसीआर जाँच की रिपोर्ट आने में 5 से 6 की देरी की वजह से वह व्यक्ति अन्य लोगों को भी संक्रमित कर रहा है. प्रदेश सरकार को चाहिए था कि अपने टेस्ट लैब बढ़ाये, पर सरकार तो रोड सेफ्टी मैच में व्यस्त थी. मुख्यमंत्री ने रोड इतना सेफ कर दिया है कि आज लोग घर पर ही कैद हो गए हंै. प्रदेश के मुखिया व उनके स्वास्थय मंत्री के बीच की आपसी खींचतान में प्रदेश की भोली-भाली जनता पीस रही है. स्वास्थ्य मंत्री द्वारा अपने मुख्यमंत्री को पत्र व्यव्हार करना ही दर्शाता है कि आपसी मतभेद कितने हैं? इन्ही आपसी मतभेद का नतीजा है कि आज प्रदेश के सारे अस्पताल चाहे सरकारी हों या निजी, कहीं भी बेड खाली नहीं है. ऑक्सीजन की कमी से लोगों की असमय मृत्यु हो रही है. इंजेक्शन के लिए अफरा तफरी मची हुई है.
शर्मा ने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने अपने दो दिवस पूर्व बयान में कहा था कि केंद्र सरकार के पास वेंटिलेटर की पर्याप्त स्टाक मौजूद है, पर किसी भी राज्य सरकार ने हमसे मांग नहीं की है. पूर्व में भी छ.ग. सरकार को केंद्र द्वारा वेंटिलेटर उपलब्ध कराया गया था, पर कांग्रेस की इच्छा शक्ति की कमी की वजह से प्रदेश की जनता को उसका लाभ नहीं मिल पाया. नीलू शर्मा ने कहा कि प्रदेश की यही स्थिति रही तो सरकार को अपने सारे संसाधनों को झोंकना पड़ेगा. शराब बिक्री से प्राप्त सेस की राजस्व राशि का उपयोग स्वास्थ्यगत बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर इस्तेमाल करना चाहिए. सरकार को अविलम्ब ज्यादा से ज्यादा पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती करनी चाहिए. नागरिकों से अपील है कि कोरोना गाइड लाइन का पालन करें. मास्क का उपयोग करें व दो गज की दूरी बनाये रखें.