एक माह तक नए मरीजों की भर्ती पर लगी रोक
राजनांदगांव(दावा)। कोरोना काल में कोविड के मरीजों के उपचार के लिए सुंदरा में शुरू किए मल्टीस्पेशलिटी हास्पिटल को उपचार के लिए प्रयुक्त दवाओं के रिकार्ड मेें हेराफेरी और मरीजों से शासन द्वारा निर्धारित शुल्क से अधिक की राशि वसूली सहित कई अनियमितताओं की पुष्टि होने के बाद हास्पिटल के लायसेंस को एक माह तक के लिए निरस्त कर दिया गया है। इस अवधि में वहां पहले से भर्ती मरीजों का उपचार जारी रहेगा, किंतु नए मरीजों को भर्ती करने की अनुमति नहीं रहेगी। इस आशय का आदेश आज ही कलेक्टर टीके वर्मा की अनुशंसा पर सीएमएचओ डॉ. मिथलेश चौधरी द्वारा जारी किया गया है।
सूत्रों के अनुसार शिकायत मिलने पर सीएमएचओ कार्यालय द्वारा सुंदरा मल्टीस्पेशलिटी हास्पिटल को 30 अप्रैल को नोटिस जारी कर विभिन्न बिंदुओं पर जवाब मांगा गया था। एक मई को प्राप्त स्पष्टीकरण जवाब के अवलोकन पश्चात जांच कमेटी द्वारा अभिमत प्रस्तुत किया गया, जिसमें कई अनियमितता पाई गई। नोटिस को ई-मेल से भेजा गया था, किंतु स्पष्टीकरण में पत्र प्राप्त नहीं होने का उल्लेख किया गया। सीएमएचओ कार्यालय द्वारा सुंदरा मल्टीस्पेशलिटी हास्पिटल को १०० बेड की अनुमति प्रदान की गई थी, जिसमें अस्पताल प्रबंधन द्वारा ६० बेड कोविड मरीज एवं ४० बेड अन्य मरीजों के लिए तय किया गया था, किंतु २८ अप्रैल को भर्ती सभी ७५ मरीजों का उपचार कोविड से संबंधित वार्ड में किया जाना पाया गया। इस संबंध में जांच दल को कोविड व संदेहास्पद मरीजों की सूची अलग-अलग प्रस्तुत नहीं की गई। इस तरह प्रबंधन द्वारा शर्तों का उल्लंघन करना पाया गया।
पत्र में कहा गया है कि निरीक्षण के दौरान आठ मरीजों का केस सीट और फायनल बिलिंग में पैथालाजी व हिमेटोलाजी एक्स रे, यूएसजह एवं सीरोलाजी का जांच शुल्क शासन द्वारा प्रदत्त पैकेज दर में निर्धारित किया गया है, किंतु शुल्क की वसूली मरीजों से किया जाना पाया गया। स्पष्टीकरण में कहीं पर भी दवाई या टेस्टिंग के रेट आदि का उल्लेख नहीं है। अस्पताल प्रबंधन द्वारा मरीजों से अन्य छूट से संबंधित मिल को भी जोडक़र लिया गया। रेमडीसिविर इंजेक्शन से संबंधित विक्रय दस्तावेज तथा प्रस्तुत स्पष्टीकरण में कुछ औषधियों के बैच नंबर में अंतर पाया गया। रेमडीसिविर इंजेक्शन से संबंधित विक्रय सूची में बहुत अधिक अंतर है। इसी तरह मेडिकल स्टोर्स से खरीदी गई दवाओं व इंजेक्शन के बैच नंबर और विक्रय सूची में काफी अंतर होने के साथ ही क्रय संबंधी दस्तावेज अस्पताल प्रबंधन द्वारा प्रस्तुत नहीं किया गया है। अस्पताल प्रबंधन द्वारा प्रस्तुत स्पष्टीकरण में सिर्फ साफ्टवेयर की तकनीकी खामी की वजह से अनियमितता नजर आ रही है व रिकार्ड दुरूस्त है कहना पूर्णत: गलत है। इस तरह अस्पताल प्रबंधन का स्पष्टीकरण अस्वीकार्य है। प्रबंधन द्वारा पत्र का संतोषजनक जवाब न देकर अपनी गलती स्वीकार न करते हुए अलग-अलग विक्रय सूची प्रस्तुत कर गुमराह करने का प्रयास किया गया है। अत: नर्सिंग होम एक्ट एवं दिए गए निर्देशों का पालन नहीं किए जाने के कारण सुंदरा मल्टीस्पेशिलिटी हास्पिटल के पंजीयन का आगामी एक माह तक के लिए निलंबित करने और इस अवधि में अस्पताल में नए मरीजों को भर्ती नहीं किए जाने का आदेश जारी किया गया है।