घर से बाहर नहीं निकलने में ही समझदारी
राजनांदगांव (दावा)। कोविड-19 संक्रमण के कारण जिले में लॉकडाउन की स्थितियों में आईटी (सूचना एवं प्रौद्योगिकी) का योगदान बहुत महत्वपूर्ण रहा है। कोरोना संक्रमण की पहली एवं दूसरी लहर के दुष्परिणाम ने मानवता को मर्मांतक पीड़ा पहुंचाई है। आज हर नागरिक को समझने की जरूरत है कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए घर से बाहर नहीं निकलने में समझदारी है। खासकर भीड़ से बहुत दूर रहना चाहिए। जब बहुत आवश्यक हो तो तभी घर से बाहर निकलें।
नागरिकों को सब्जियों, दवाईयों एवं फलों के दैनिक आवश्यकताओं के लिए होम डिलिविरी की सेवाओं को अपनाना चाहिए। जिले में विगत कुछ दिनों में कोरोना संक्रमण के केस में वृद्धि हुई है। इन दिनों में सबने अप्रत्याशित रूप से यह महसूस किया कि आईटी के माध्यम से जिनमें व्हाट्सअप, फेसबुक, ट्वीटर एवं अन्य माध्यमों के जरिए महत्वपूर्ण सूचनाओं को त्वरित गति से आदान-प्रदान किया गया, जिसकी वजह से सभी एक-दूसरे की मदद कर पाए। सूचनाओं को एक-दूसरे तक पहुंचाने में आईटी कारगर साबित हो रहा है। इन्हीं माध्यमों का उपयोग करते हुए हमें कोरोना संक्रमण से बचाव करने तथा अपने सभी आवश्यक कार्य करने की आवश्यकता है। मास्क लगाने, सोशल डिस्टेसिंग, साबुन से बार-बार हाथ धोने तथा सेनेटाइजर के उपयोग को हमें अपने जीवन में शामिल करना होगा।
ई-डिस्ट्रिक मैनेजर सौरभ मिश्रा कहते हैं कि नागरिक लोक सेवा गारंटी के माध्यम से अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति प्रमाण पत्र, अन्य पिछड़ा वर्ग प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, ई-कोर्ट केस पंजीकरण, चॉइस विवाह प्रमाण पत्र सुधार, चॉइस जन्म सुधार, चॉइस मृत्यु सुधार, पेट्रोल पंप स्थापित करने हेतु एनओसी, मूल निवास प्रमाण पत्र, वन विभाग अनापत्ति प्रमाण पत्र, विवाह पंजीकरण एवं प्रमाण पत्र, स्थानांतरण प्रमाण पत्र सरकारी स्कूल के लिए ऑनलाईन आवेदन कर प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि जिले में 97 प्रतिशत इंटरनेट कव्हरेज है। कुछ ग्राम पंचायतों को छोडक़र लगभग सभी ग्रामों में इंटरनेट कनेक्शन है। वर्तमान में 350 ग्रामों में फाइबर कनेक्शन है। वर्ष 2022 तक सभी ग्राम पंचायत फाइबर कनेक्टेड हो जाएंगे। हमारे जिले में आईटी की अच्छी सुविधा है। उन्होंने कहा कि कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) के माध्यम से ग्राम पंचायतों में सेवाएं दी जा रही है। बैंक सखी एवं सीएससी के माध्यम से ग्रामों में डिजिटल बैंकिंग सेवाओं का उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर सीएससी ग्रामीण स्टोर्स से ग्रामवासी ऑनलाईन कोई भी सामान आर्डर कर मंगवा सकते है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में सभी दुकानों में डिजिटल पेमेंट की व्यवस्था होनी चाहिए। नागरिकों को इसे अपनाना चाहिए। समस्या का समाधान हमारे पास है और हमको इसे अपनाना पड़ेगा। जिले में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में सीएससी के माध्यम से ई-संजीवनी टेली कंसल्टेशन के माध्यम से चिकित्सा परामर्श की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। जिसमें चिकित्सा अधिकारियों द्वारा मरीजों को त्वरित रूप से परामर्श देकर उन्हें दवाईयां दी जा रही है। ग्रामीण अंचलों के ऐसे मरीज जो बार-बार उपचार के लिए विशेषज्ञ चिकित्सों के पास नहीं जा सकते, उन्हें ई-संजीवनी में पंजीकृत किया गया है और ऑनलाईन मीटिंग द्वारा उपचार का लाभ दिया जा रहा है। कानूनी सलाह लेने के लिए टेली लॉ जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध है। आईटी के उपयोग से कोरोना संक्रमण के इस दौर में सुरक्षित रहते हुए बहुत से महत्वपूर्ण कार्य किए जा सकते हैं।