डोंगरगढ़ (दावा)। सोसाइटी में पहुंची खाद की बढ़ी कीमतों की नई दरों को प्रदेश के किसानों की दोगुनी आए की दिशा में बढ़ते कदम में बड़ी बाधा के रूप में देखा जा रहा है. उक्त आशय के विचार व्यक्त करते हुए जिले के बड़े किसान किसान व कांग्रेस नेता भवानी बहादुर सिंह ने कहा है कि किसानों के उत्तरोत्तर विकास के लिए संकल्पित मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा प्रदेश में जारी की जाने वाली जन कल्याणकारी प्रत्येक योजना को प्रदेश के किसानों के आर्थिक विकास को ध्यान में रखकर लागू किया जा रहा है. चाहे वह गौधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी हो अथवा किसान न्याय योजना के तहत प्रति क्विंटल 25 सो रुपए में धान खरीदी हो. इसके अलावा नरवा, घुरवा, बाड़ी योजना के तहत ग्रामीणों को रोजगार के साथ ग्रामीण पशुओं के रखरखाव के साथ पशुपालकों के आर्थिक विकास पर भी जोर दिया जा रहा है. श्री सिंह ने कहा है कि इस प्रकार देखा जाए तो प्रदेश सरकार की सभी जन कल्याणकारी योजना का लाभ कहीं ना कहीं किसानों को प्रत्यक्ष- अप्रत्यक्ष रूप से मिल रहा है. वहीं दूसरी ओर खाद के कीमतों में भारी भरकम बढ़ोतरी से किसानों को आर्थिक आधार पर अनेक प्रकार की मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है.
ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष सुरेश सिन्हा ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान लंबे समय से विकासखंड में स्थित सोसाइटी बंद होने के कारण खेती किसानी करने के लिए किसानों को सोसायटीओं से रसायनिक खाद नहीं मिलने से आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ रहा है. जहां एक और सेवा सहकारी समितियों से रसायनिक खाद कम कीमत पर उपलब्ध हो जाती थी वही किसानों को रसायनिक खाद डेढ़ गुना दाम पर अन्य दुकानों से लेना पड़ रहा है.
सोसायटियों में नई दरों पर होगी खाद की बिक्री
विकासखंड में स्थित सेवा सहकारी सोसायटियों में खाद बिक्री हेतु नई दरें जारी कर दी गई है, जिसके अनुसार खरीब वर्ष 2020 में डीएपी खाद प्रति बोरी 1150 और रबी सीजन 2020-21 में 1200 रुपए प्रति बोरी की दर से दी गई थी. एनपीके के दाम में प्रति बोरी 565 की बढ़ोतरी हुई है। अब यहां खाद प्रति बोरी 1185 के स्थान पर 1747 रुपए में खरीदी की जाएगी. सिंगल सुपर फास्फेट के सभी तरह के खाद की कीमतों में प्रति बोरी 36 की बढ़ोतरी की गई है.
किसानों को आर्थिक रुप से कमजोर करने की कोशिश- भावेश
भावेश सिंह ने कहा कि केंद्र द्वारा खाद की कीमतों में की गई बेतहाशा वृद्धि ने किसानों को आर्थिक आधार पर कमजोर करने की दिशा में कदम बढ़ाया है. वहीं दूसरी ओर विकासखंड की सोसाइटीयो के बंद होने से बाजार में रासायनिक खादों की कीमत भी बढ़ा दी गई है.किसानों को व्यापारियों से कर्ज लेकर बढ़ी हुई कीमतों में खाद लेने मजबूत होना पड़ रहा है.
सोसाइटी में खाद का भंडारण पूर्ण
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक डोंगरगढ़ के प्रबंधक
श्री चंद्रवंशी ने कहा कि विकासखंड के सभी सेवा सहकारी समितियों में खाद का भंडारण हो चुका है.15 मई लॉकडाउन खत्म होने के बाद किसानों को सोसायटीओ के माध्यम से खाद वितरण का कार्य किया जाएगा. लाल बहादुर नगर, मडिय़ान, सीतागोटा, कोल्हापुरी, मेढ़ा, पनियाजोब, बेलगांव, मुसरा, ढारा, मोहारा, खुर्सीपार कसारी ,गातापार सोसायटियों में रसायनिक खादों का भंडारण किया जा चुका है. जिला सहकारी केंद्रीय बैंक प्रबंधक चंद्रवंशी ने बताया कि किसानो को सोसाइटी से ही रसायनिक खाद लेने प्रोसाहित किया जाएगा. किसानों को खाद के वितरण के लिए हमने पूरी तैयारी कर ली है.