अभी भी शराब के लिए लोग निकल रहे हैं घरों से
बाजार अतरिया(दावा)। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा शराब दुकान के माध्यम से लोगों को होम डिलीवरी कर लोगों तक शराब पहुंचाने का कार्य कर रही हैं. यह होम डिलीवरी पिछले वर्ष लॉकडाउन में कार्यरत डिलीवरी ब्वॉय के माध्यम से लोगों तक शराब पहुंचाया जाना है. लेकिन डिलीवरी ब्वॉय द्वारा शासन के इस घर पहुंच जाकर शराब देने वाली नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. वही होम डिलीवरी के नाम पर पहले से ही 118 रुपए का शुल्क पहले से ही ले लिया जा रहा है, उसके बावजूद भी लोगों को शराब उनके पास नहीं मिल पा रहा है। बल्कि डिलीवरी बॉय के द्वारा लोगों को शराब के दुकानों में बुलाया जा रहा है बाजार अतरिया से संबंधित आस पास के शराब दुकान खैरागढ़, धमधा एवं छुईखदान 15 से 17 किलोमीटर के नजदीक में है जहां लोगों को शराब पहुंचाने कोई भी डिलीवरी बॉय नहीं आ रहा है. बल्कि बकायदा ओटीपी जनरेट कर फोन कॉल करके लोगों को शराब दुकान आकर कैमरा के पीछे लेने कहा जा रहा है जिससे लोग शराब दुकान में जमकर भीड़ देखी जा रही हैं वहीं इस मामले को लेकर लगातार शिकायत मिलने के बाद हमारे प्रतिनिधि के द्वारा जांच पड़ताल किया गया जिसके बाद बाजार अतरिया से लगे हुए खैरागढ़, धमधा एवं छुईखदान के शराब दुकानों में जाकर देखा गया वहीं डिलीवरी ब्वॉय से भी गोपनीय रूप से अपनी पहचान छुपाकर बात किया गया तो पता चला कि जिनको अगर शराब पीना है वहां स्वयं शराब दुकान के पास आकर ले सकते हैं हम होम डिलीवरी नहीं कर सकते शासन के द्वारा 15 से 12 किलोमीटर की दूरी में लोगों को उनके पास पहुंचा कर शराब देने की बात कही है लेकिन हम 1 किलोमीटर भी लोगों को शराब देने नहीं जाएंगे जिनको आवश्यकता है वह शराब दुकान पर आकर अपना ओटीपी बताकर शराब ले सकते हैं इस तरह बदतमीजी से लोगों से बात कर रहे हैं और शासन के नियमों के धज्जियां उड़ाते हुए देखा जा रहा है ऐसे में बकायदा ग्राहकों द्वारा शराब का डिलीवरी चार्ज भी बकायदा दिया जा रहा है बावजूद लोगों को घर पहुंच शराब देने का यहां शासन का नियम ढकोसला नजर आ रहा है और डिलीवरी ब्वॉय अपना पेट्रोल का पैसा बचा रहा है और शराब की दुकान के बगल में ही लोगों को फोन कर बुलाकर शराब दिया जा रहा है जो नियम के विरुद्ध है जिस पर शराबियों ने जमकर अपनी भड़ास निकालते हुए कहा कि ऐसे में इन लोगों के ऊपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई कर इनको डिलीवरी ब्वॉय के पद से हटा दिया जाना चाहिए वही ग्रामीण अंचल में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के बाद भी लोगों को शराब लाने के लिए बेवजह घर से बाहर निकलना पड़ रहा है ऐसे में सरकार की घर पहुंच शराब फ्लॉप होती दिखाई दे रही हैं और नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं जिसका मॉनिटरिंग करना देखरेख करना कोई भी जिम्मेदार अधिकारी दिखाई नहीं दे रहा है।
नहीं मिल रहा है लोगों को होम डिलीवरी का फायदा
लगातार जब से शराब की होम डिलीवरी शुरू हुई है तब से लोगों का आवागमन और अधिक बढ़ गया है लोग शराब लेने घर से बेवजह निकल रहे हैं शासन द्वारा शराब की होम डिलीवरी करने के बावजूद लोगों को अपने नजदीकी शराब दुकान पर जाकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है ओटीपी आने के बाद वह डिलीवरी ब्वॉय द्वारा बगैर फोन करके शराब दुकान पर बुला रहा है, ऐसे में लोग बेवजह जा रहे हैं जिससे लोगों का कहना है कि हमारे द्वारा जो डिलीवरी चार्ज 118 रूपए लिया जा रहा है उसके बावजूद भी हम लोगों को होम डिलीवरी का फायदा नहीं मिल पा रहा है ऐसे में शासन प्रशासन की यह योजना से लोगों को सिर्फ काफी नुकसान हो रहा है, वही समय एवं रुपए का भी दुरुपयोग हो रहा है।
शराब दुकान में लगे सीसीटीवी के पीछे दी जा रही है शराब
शराब की होम डिलीवरी होने के बावजूद डिलीवरी ब्वॉय के द्वारा ग्राहकों को ओटीपी जनरेट कर फोन करके शराब दुकान बुलाकर दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरा के पीठ पीछे लोगों को शराब दिया जा रहा है ताकि लोग शराब की दुकान पर किसी का फोटो कैद ना हो ऐसे चलाकी से डिलीवरी बॉय द्वारा इस कार्य को अंजाम दिया जा रहा है और वह अपना पेट्रोल का पूरा पैसा बचा रहा है ऐसे में वहां पर शराब दुकान के कर्मचारी एवं डिलीवरी ब्वॉय के सांठगांठ के चलते यह कार्य को अंजाम दे रहा है जिस पर किसी पर भी प्रकार का कोई कार्यवाही का नहीं होना और मॉनिटरिंग का नहीं होना समझ से परे है।
अपने लोगों को पहले पहुंचाया जा रहा है लाभ
शराब की होम डिलीवरी के बाद भी इसमें भी लोग अपनी पहुंचकर धौंस दिखा रहे हैं और लोग अपने पावर और पोजीशन का फायदा उठाते हुए शराब की ऑनलाइन बुकिंग कर पहले ही शराब मिल रहा है ऐसे में डिलीवरी ब्वॉय एवं वहां पर पदस्थ कर्मचारियों की सांठगांठ के चलते अपने लोगों को पहले शराब पहुंचाया जा रहा है जिससे अन्य लोगों को काफी लंबे समय तक इंतजार करना पड़ रहा है। शराब की ऑनलाइन खरीदी करने के बाद 48 घंटा लोगों को इंतजार करना पड़ रहा है लेकिन जिनकी पहुंच ऊपर तक है उन लोगों को पहले और जल्दी शराब मिल जा रही है ऐसे में यहां समझ नहीं आ रहा है कि ऑनलाइन होने के बावजूद भी कैसे अपने लोगों को फायदा उठाया जा रहा है यह एक सवाल खड़ा कर रही है।