राजनांदगांव (दावा)। महापौर द्वारा डॉ रमन सिंह पर दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष खूबचन्द पारख ने कहा कि लोकतंत्र में अपनी-अपनी मर्यादा होती है और राजनीतिक शुचिता का ध्यान रखकर टिप्पणी करना उचित होता है, परन्तु आज के इस दौर में महापौर जैसे पद पर बैठे लोग भी क्या बोलना है और किसे बोलना हैं और कितना बोलना हैं और जो बोला जा रहा है वो सच है या झूठ, इसका ध्यान बिल्कुल नहीं रखते, जबकि जनसंघ में यह सिखाया जाता है कि अपने वरिष्ठ चाहे वह विरोधी दल का क्यों न हो, सम्मान सूचक शब्दों के साथ नेता के स्तर को देखकर बयान जारी किए जाते हैं, परंतु कांग्रेस में न आचरण है न व्यवहार और न भाषा शैली और न कोई नीतिगत सोच इसलिए ऐसे दल के लोग बेपरवाह होकर कुछ भी बोल देते हैं।
आज राजनांदगांव का प्रत्येक नागरिक जानता है कि पहले का राजनांदगांव और आज के राजनांदगांव में जितना भी बदलाव देखा जा रहा है, वह किसकी बदौलत हुआ है। यह बच्चा-बच्चा जानता है। आरोप लगाने वाले अपना राजनीतिक चश्मा उतार कर देखें तो जनता की नजरों में ही डॉ रमन सिंह की छवि उन्हें दिख जाएगी, फिर बोलने के लिए कुछ नहीं बचता।
श्री पारख ने कहा कि डॉ रमन सिंह ने कोरोना के संक्रमण काल के नाजुक दौर में जनता की मदद करने के लिए लगातार राजनांदगांव का दौरा किया वह सभी स्वयंसेवी संगठनों से मिले और जनता की मदद का आह्वान किया और फिर उन्हें धन्यवाद देने के लिए भी आए तो इसके पीछे उनका उद्देश्य जनता को लाभ मिले, यह था.. परंतु कुछ लोगों को जनता का हित पसंद नहीं आता, इसलिए वे अनर्गल बातें कर लोगों का ध्यान भटकाना चाहते हैं।