छुरिया(दावा)। नगर के वार्ड क्रमांक 7 में नगर पंचायत अध्यक्ष ने सार्वजनिक हैंडपंप में मोटर लगाने का प्रयास किया, जिसका वार्डवासियों ने जमकर विरोध किया. वार्डवासियों के विरोध के चलते पार्षदों के साथ पहुंची नगर पंचायत अध्यक्ष को बैरंग लौटना पड़ा.
मिली जानकारी के अनुसार वार्ड क्रमांक 7 में सार्वजनिक हैंडपंप है, जिसका उपयोग वार्ड क्रं. 7 के अलावा वार्ड नं. 5 और 6 के लोग ही पीने के पानी सहित निस्तार के लिए करते हैं. यह हैंडपंप लोगों की पानी की जरूरत को काफी हद तक पूरा करता है. बताया जाता है कि नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती राजकुमारी सिन्हा आज दोपहर कांग्रेस के दो पार्षदों सुनील लारोकर तथा राधे ठाकुर सहित नगर पंचायत के पलंबर को लेकर वार्ड क्रं. 7 स्थित सार्वजनिक हैंडपंप में पहुंच गई, जहां उन्होंने मोटर पंप लगाने का प्रयास किया. जैसे ही इसकी जानकारी वार्डवासियों को मिली, वे भी बड़ी संख्या में मौके पर पहुंच गए और हैंडपंप में मोटर पंप लगाने का विरोध किया. वार्डवासियों का कहना था कि वर्तमान में नल केवल एक समय ही आ रहा है. ऐसे में उनके पीने के पानी का एकमात्र सहारा सार्वजनिक हैंडपंप ही है, इसलिए वहां मोटर पंप नहीं लगाया जाना चाहिए. दूसरी ओर नगर पंचायत अध्यक्ष का कहना था कि मोटर पंप लग जाने से पाईप लाईन के माध्यम से लोगों के घरों में पानी की सप्लाई की जाएगी, लेकिन वार्डवासी नहीं माने. उनके भारी विरोध को देखते हुए अंतत: नगर पंचायत अध्यक्ष को बगैर मोटर पंप लगाए ही बैरंग लौटना पड़ा.
विभागीय कर्मचारी भी नहीं थे मौजूद
वार्डवासियों से मिली जानकारी के अनुसार जिस वक्त नगर पंचायत अध्यक्ष राजकुमारी सिन्हा हैंडपंप में मोटर पंप लगाने पहुंची थी. उनके साथ नगर पंचायत के सीएमओ तथा इंजीनियर तक नहीं थे. इसके चलते भी उन्हें वार्डवासियों के विरोध का सामना करना पड़ा. जानकारी के अनुसार वार्ड क्रं 7 के निवासियों ने आज दोपहर बड़ी संख्या में नगर पंचायत कार्यालय पहुंचकर सार्वजनिक हैंडपंप में मोटर पंप लगाने का विरोध करते हुए ज्ञापन भी सौंपा है.
पार्षद भी विरोध में
वार्ड क्रं. 5 के पार्षद रमेश कश्यप तथा वार्ड क्रं. 6 के पार्षद भारती रजक आदि ने भी वार्ड क्रमांक 7 के हैंडपंप में मोटर पंप लगाने का विरोध किया. उनका कहना था कि ऐसा करने से पूर्व पार्षदों को जानकारी देना तक जरूरी नहीं समझा गया. उन्हें पूर्व में इसकी कोई जानकारी ही नहीं थी. इस संबंध में नगर पंचायत अध्यक्ष राजकुमारी सिन्हा का कहना है कि वार्ड में पानी की समस्या दूर करने के उद्देश्य से हैंडपंप में मोटर पंप लगाया जा रहा था. पूर्व में कुछ वार्डवासियों ने सहमति दी थी. आज अचानक विरोध पर उतर आए, जो समझ से परे है.