रायपुर, गोठानों में गोबर से वर्मी कम्पोस्ट के साथ-साथ अब सुपर कम्पोस्ट खाद का भी उत्पादन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को उच्च जैविक गुणों से भरपूर इस सुपर कम्पोस्ट खाद को लांच किया। किसानों को रियायती दर पर उच्च जैविक विशेषताओं वाली सुपर कम्पोस्ट खाद सहकारी समितियों में दो, पांच और 30 किलो के बैग में मिलेगी। इसका न्यूनतम मूल्य छह रुपये किलो है।
बता दें कि राज्य में पशुधन संरक्षण, ग्रामीणों, पशुपालकों और किसानों को अतिरिक्त आय के साथ-साथ जैविक खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 20 जुलाई 2020 को गोधन न्याय योजना की शुुरुआत की गई। इस योजना के तहत गोठानों में दो रुपये किलो की दर से गोबर क्रय कर महिला समूहों के माध्यम से वर्मी कम्पोस्ट व अन्य उत्पाद तैयार करने के शुरुआत की गई।
राज्य में निर्मित 5586 गोठानों में अब तक 47.65 लाख क्विंटल गोबर खरीदा जा चुका है, जिसके एवज में गोबर विक्रेताओं को 95 करोड़ 31 लाख का भुगतान किए गए हैं। गोठानों में अब तक दो लाख 26 हजार 316 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट खाद का उत्पादन व एक लाख 21 हजार 172 क्विंटल खाद का विक्रय किसानों और शासकीय विभागों को किया गया है।
गोठानों में अब महिला स्व सहायता समूहों द्वारा सुपर कम्पोस्ट खाद भी तैयार की जाने लगी है। गोठानों में संचालित विभिन्न आय मूलक गतिविधियों से स्व सहायता समूहों को अब तक 18 करोड़ 64 लाख रुपये की आय प्राप्त हुई है।
इस वर्ष से भूमिहिन को भी मिलेगा न्याय
सरकार ने राज्य के भूमिहिनों के लिए नई न्याय योजना शुरू करने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री बघेल ने बताया कि इसके लिए चालू वर्ष के बजट में राशि का प्रावधान किया गया है।