नई दिल्ली। योगगुरु बाबा रामदेव और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के बीच का घमासान थमता नजर नहीं आ रहा है। पतंजलि योगपीठ ने गुरुवार को पुष्टि की कि एलोपैथी चिकित्सा पद्धति पर टिप्पणी के संबंध में योग गुरु रामदेव से माफी की मांग को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) की ओर से उसे एक मानहानि नोटिसमिला है।
योगपीठ ने कहा कि वह कानूनी तरीके से इसका ‘करारा जवाब’ देगी। पीटीआई के एक ई-मेल के जवाब में पतंजलि योगपीठ के महासचिव आचार्य बालकृष्ण ने इसकी पुष्टि की और कहा कि हम उन्हें उसी कानूनी रूप से करारा जवाब देंगे, जैसा कि हम अपनी महान मातृभूमि और मानवता की सेवा करते हुए जिस तरह से सब कुछ करते हैं।
हरिद्वार स्थित पतंजलि योगपीठ ने यह भी कहा कि पतंजलि सारी गतिविधियां वैज्ञानिक और सत्यता को ध्यान में रखकर करता है और वह किसी को भी ऋषियों और शास्त्रों के महान ज्ञान और विज्ञान की उपेक्षा, अनादर और अपमान नहीं करने दे सकता।
आईएमए ने बुधवार को एलोपैथी और एलोपैथी पद्धति के डॉक्टरों के कथित अपमान वाली टिप्पणी के लिए रामदेव को छह पन्ने का मानहानि नोटिस भेजकर 15 दिन के अंदर उनसे माफी मांगने और ऐसा नहीं करने पर एसोसिएशन ने योग गुरु से हर्जाने के तौर पर 1,000 करोड़ रुपये मांगने की बात कही थी।
आईएमए (उत्तराखंड) के सचिव अजय खन्ना द्वारा अपने वकील नीरज पांडे की ओर से भेजे गए नोटिस में रामदेव की टिप्पणी को लेकर उन पर एलोपैथी और इसके डॉक्टरों की साख को खराब करने का आरोप लगाया गया। आईएमए ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी एक पत्र लिखकर टीकाकरण और कोविड-19 के उपचार के लिए सरकारी प्रोटोकॉल को चुनौती देने पर योग गुरु के खिलाफ राजद्रोह के आरोपों के तहत तत्काल मामला दर्ज करने का अनुरोध किया है।
एलोपैथी के खिलाफ रामदेव की कथित अपमानजनक टिप्पणी पर जारी विवाद के बीच अब एक और विवादास्पद वीडियो सामने आया है। इसमें योगगुरु उन्हें गिरफतार किए जाने की मांग पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कह रहे हैं कि उनका बाप भी उन्हें गिरफतार नहीं कर सकता।
अरेस्ट तो खैर उनका बाप भी नहीं कर सकता : एलोपैथी के खिलाफ रामदेव की कथित अपमानजनक टिप्पणी पर जारी विवाद के बीच अब एक और विवादास्पद वीडियो सामने आया है। इसमें योगगुरु उन्हें गिरफतार किए जाने की मांग पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कह रहे हैं कि उनका बाप भी उन्हें गिरफतार नहीं कर सकता।
सोशल मीडिया पर चल रहे ‘#ArrestRamdev’ ट्रेंड पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ‘(वे) शोर मचा रहे हैं कि रामदेव को गिरफ्तार करो। कभी कुछ चलाते हैं कभी कहते हैं कि ठग रामदेव, कभी महाठग रामदेव, कभी गिरफतार रामदेव। चलाते रहते हैं, उनको चलाने दो ।’ मजाक बनाते हुए योगगुरु कहते सुनाई दे रहे हैं कि ‘अरेस्ट तो खैर उनका बाप भी नहीं कर सकता स्वामी रामदेव को।’
अहंकार से भरा बयान : वरिष्ठ चिकित्सक और नेशनल जर्नल आफ क्लिनिकल एनाटॉमी के मुख्य संपादक के एस रवि ने कहा कि योग गुरू के ताजा वीडियो से प्रदर्शित हो रहा है कि वे एलोपैथी और एलोपैथिक चिकित्सकों के बारे में ‘असंवेदनशील’ टिप्पणी करने के बाद बिलकुल भी शर्मिंदा नहीं हैं । रवि ने कहा, ‘रामदेव का बयान अहंकार से भरा हुआ है। यह दिखाता है कि वह अपने आपको कानून से उपर मानते हैं।’
सोसायटी आफ इंटेलैक्चुअल्स के अध्यक्ष रवि ने कोविड 19 के मुश्किल समय में अपने जीवन को जोखिम में डालकर लोगों की सेवा में लगे चिकित्सकों का मनोबल उठाने के लिए योग गुरू द्वारा एलोपैथी के विरुद्ध ‘बदनाम करने वाली टिप्पणी’ करने के लिए उनके खिलाफ जल्द कार्रवाई की जानी चाहिए।’ उत्तराखंड आइएमए के एक पूर्व अध्यक्ष ने नाम उजागर न किए जाने के अनुरोध के साथ कहा कि रामदेव इस प्रकार के बयान देते रहते हैं क्योंकि वे राजनीतिक रूप से संरक्षित महसूस करते हैं।