रायपुर। इंटरनेट मीडिया पर फर्जी सूचना फैलाना शातिर ठगों के लिए बड़ा हथियार बन गया हैं। कोई सी खबर हो या सरकारी जानकारी, उसे गलत तरीके से इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर ठग गिरोह लोगों को झांसे में लेकर ठगी का शिकार बना रहे है। ऐसी ही एक खबर इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें दावे के साथ कहा जा रहा है कि कोरोना से मौत के बाद सरकार मृतक के आश्रितों को चार लाख रुपये देगी। लेकिन ये खबर गलत है। इस फर्जी वायरल खबर को लेकर रायपुर पुलिस ने लोगों को सावधान किया है,ताकि कोई झांसे में आकर ठगी का शिकार न हो जाए।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कोरोना संकट के इस दौर में ठग गिरोह इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय होकर ठगी करने तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे है। कोरोना वायरस संक्रमण में कई लोगों ने अपनों को खोया है। किसी के जवान बेटे की मौत हुई तो कई परिवार के इकलौते कमाऊ सदस्य कोरोना से जंग हार गया। जिन परिवारों पर यह व्रजपात हुआ है, वे अभी इस सदमे से उबर भी नहीं पाए हैं कि ठग गिरोह ऐसे लोगों को ठगने से भी बाज नहीं आ रहे है।
गिरोह के बदमाशों द्वारा इंटरनेट मीडिया पर एक फार्म वायरल किया जा रहा है, जिसमें लिखा है कि कोई भी व्यक्ति प्राकृतिक आपदा या महामारी की चपेट में आता है तो यह आवेदन पत्र भरकर और मृत्यु प्रमाण पत्र (कोरोना मृत्यु, प्राकृतिक आपदा) यह दर्शाया गया हो साथ में प्रमाणित प्रतिलिपि लगाकर दें,चार लाख रुपये कि राशि स्वीकार हो जाएगी।
वायरल आवेदन में यह दावा
वायरल आवेदन में लिखा है कि मुख्यमंत्री आपदा, राहत कोष से कोरोना संक्रमण से मृत्यु के पश्चात आश्रित को सहायता राशि चार लाख रुपये निर्गत करने के संबंध में जानकारी। इसमें आवेदक का नाम, आवेदक का पता,मोबाइल नंबर, आवेदक का बैंक खाता संख्या,आईएफसी कोड, मृतक के साथ संबंध, मृतक का नाम, पता, मृत्यु की तिथि एवं समय, मृत्यु स्थान,अस्पताल, कोविड सेंटर, यदि अस्पताल, कोविड सेंटर में भर्ती की गई है तो नाम एवं तिथि यह सब लिखकर फैलाया जा रहा है। ‘पुलिस अफसरों का कहना है कि ऐसा कोई फार्म अगर आपको मिले, तो आप विश्वास न करें। यह फार्म पूरी तरह फेक है। इसका आप भरोसा न करें। सरकार की ओर से इस तरह का कोई आवेदन या फार्म नहीं बना है।
ठगों के झांसे में आ रहे लोग
‘आपदा भी अवसर की तलाश कर शातिर ठग लोगों को झांसे में ले रहे हैं। जबकि सरकार की ओर से कोरोना से मौत होने पर मृतक के आश्रितों को चार लाख रुपये देने का कोई प्राविधान या घोषणा नहीं की गई है। ठग गिरोह के झांसे में आकर कुछ लोग जरूर ठगी के शिकार हुए हैं। शिकायत की जांच की जा रही है।’