रायपुर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा. रमन सिंह ने केंद्र सरकार द्वारा 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों को मुफ्त वैक्सीन के निर्णय को एतिहासिक निर्णय बताया है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन को लेकर एक तरफ केंद्र सरकार ने पूरी संवेदनशीलता के साथ देश हित में लगातार निर्णय किए।
संक्रमण के खतरे के आधार पर प्राथमिकता क्रम में कोरोना वारियर्स, फ्रंट लाइन वर्कर्स हेल्थ वर्कर्स को पहले सुरक्षित कर निर्भीक होकर नागरिकों के इलाज के लिए चिंता मुक्त किया। 60 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों को प्राथमिकता में रखते हुए वैक्सीनेशन का व्यापक अभियान चलाया गया। फिर 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग को भी प्राथमिकता में शामिल कर मुफ्त वैक्सीन लगवाने का काम प्रारंभ हुआ।
रमन ने कहा कि कुछ लोगों ने केंद्र सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार करना, वैक्सीन को लेकर भ्रम फैलाना और राज्यों को अधिकार देने की बात कर वैक्सीनेशन अभियान में खलल डालने का प्रयास किया। छत्तीसगढ़ जैसे उदाहरण हमारे सामने हैं कि किस प्रकार से 18 प्लस के वैक्सीनेशन में विफलता और राजनीति चरम पर रही। अपने जिम्मेदारियों से बचने छत्तीसगढ़ राज्य ने केंद्र सरकार पर झूठे आरोप मढ़ने का काम किया।
प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि केंद्र सरकार ने लगातार अपने बेहतर प्रबंधन और देश के नागरिकों के हित में कोरोना के विरुद्ध लड़ाई को मजबूती से लड़ते हुए जो भी निर्णय किये हैं, अपने आप में विपरीत परिस्थिति में संवेदनशील व एतिहासिक निर्णय रहे हैं। राज्यसभा सदस्य रामविचार नेताम ने कहा कि इस योजना का लाभ देश के 80 करोड़ लोगों तक पहुंच रहा हैं।
साथ ही देश के सभी वर्ग को फ्री वैक्सीन लगाने का निर्णय इस महामारी के विरुद्ध मोदी सरकार की संवेदनशीलता को दर्शाता हैं। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का विस्तार किए जाने पर आभार माना है। इस योजना का विस्तार करके प्रधानमंत्री ने समाज में सबकी चिंता की है। टीकाकरण सबके लिए सुलभ बनाने का फैसला राष्ट्र हित में लिया अहम फैसला है।
मोदी का राष्ट्र के नाम संदेश असफलता का डैमेज कंट्रोल: विकास
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव विकास उपाध्याय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्र के नाम संबोधन के बाद मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने इसे पूरी तरह से केंद्र की भाजपा सरकार का डैमेज कंट्रोल बताया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की नाकामियों के चलते लाखों की संख्या में लोगों की जान गई। वे अभी तक जानबूझकर राज्य सरकारों को 18 प्लस के लिए वैक्सीन उपलब्ध कराने से रोक रहे थे।
उन्हें डर था कि राज्य सरकारें अपने संसाधनों से इस वर्ग के लोगों को वैक्सीनेशन कर जीत हासिल कर लेंगे तो उनका और भाजपा का देशभर में और भी ग्राफ गिर सकता है। कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेसजनों द्वारा चलाई गई यूनिवर्सल वैक्सीनेशन की मांग को मिले व्यापक जनसमर्थन के आगे मोदी सरकार को घुटना टेकना पड़ा। कांग्रेस की मुहिम रंग लाई और केंद्र सरकार को 18 से 45 वर्ष वालों के वैक्सीनेशन की अपनी जिम्मेदारी निभाने निर्णय लेना पड़ा।