राजनांदगांव(दावा)। पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता रजिंदर पाल सिंह भाटिया ने पेट्रोल व डीजल की बढ़ोतरी पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार द्वारा धरना प्रदर्शन को एक राजनीतिक नौटंकी करार दिया है। भाटिया ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार को वास्तविक में आम लोगों की चिंता है तो क्यों न पेट्रोल डीजल पर लगने वाले वेट कम कर पेट्रोल डीजल की कीमत कम कर देते। श्री भाटिया ने कांग्रेस सरकार को घेरते हुए कहा कि पेट्रोल डीजल के दामों पर जो बढ़ोतरी हुई है, उसका केंद्र व राज्य सरकार का बंटवारा यह है कि पेट्रोल डीजल की कीमतों पर खर्चा निकालने के बाद 40 प्रतिशत राज्य सरकार व 60 प्रतिशत केंद्र सरकार को जाता है। वित्त मंत्रालय के नियमानुसार उसी 60 प्रतिशत में से 42 प्रतिशत राज्य सरकार को पुन: मिलता है। इस प्रकार राज्य सरकार को 65.2 प्रतिशत मिलता है और केंद्र सरकार को 34.8 प्रतिशत केंद्र को जाता है अगर कांग्रेस सरकार को आम आदमी के जेब की इतनी चिंता है तो छत्तीसगढ़ में वेट कम करके पेट्रोल और डीजल के दामों को कम किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2017-18 में बढ़ते पेट्रोल व डीजल के दामों को ध्यान में रखते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह की सरकार में 4 प्रतिशत वेट को कम कर दिया गया था, जिससे आम लोगों को उचित मूल्य पर डीजल व पेट्रोल मिल सके, किंतु भूपेश सरकार ने राजस्व हित की बात कह कर सब्सिडी खत्म कर दिया है। छत्तीसगढ़ सरकार स्वयं ही नहीं चाहती कि पेट्रोल व डीजल के दामों में कमी हो।