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खनिज विभाग के संरक्षण में रेत का अवैध भंडारण

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शहर सहित जिले भर में कई जगहों पर बिना परमिशन के हजारों ट्रिप रेत डंप
राजनांदगांव(दावा)।
जिले के रेत खदानों से इस साल नियमों की धज्जियां उड़ा कर रेत निकासी की शिकायत सामने आई थी। अब रेत खदानें बंद होने के बाद जिले भर में कई जगहों पर बिना परमिशन के ही अवैध रुप से रेत भंडारण करने की जानकारी सामने आ रही है। अवैध रुप से रेत भंडारण करने वालों को खनिज विभाग की खुली छूट मिली हुई है। इसकी वजह से न तो अवैध रेत भंडारण की जांच की जा रही है और न ही कार्रवाई, यानि खनिज विभाग द्वारा खनिज माफियाओं को अवैध भंडारण का खुली छूट दी गई है। जानकारी के अनुसार माफियाओं द्वारा बिना परमिशन के ही कई जगहों में रेत डंप कर रखा गया है। इन लोगों द्वारा डंप कर रखे रेत से मोटी कमाई की जा रही है। बावजूद इसके खनिज विभाग अवैध रुप से रेत डंप करने वालों पर कार्रवाई नहीं कर रहा है। जानकारी के अनुसार शहर के लखोली क्षेत्र में बायपास रोड किनारे बड़ी मात्रा में रेत डंप कर रखा गया है। यहां पर 100 ट्रिप से अधिक रेत डंप है। वहीं बायपास रोड में फरहद के आस-पास भी कुछ जगहों पर अवैध रुप से रेत डंप है। इसके अलावा मोहारा रोड, चिखली क्षेत्र, बसंतपुर क्षेत्र, सोमनी क्षेत्र, सांकरा भांठा गठुला के आसपास, डोंगरगांव क्षेत्र के अलावा वनांचल में मानपुर-मोहला सहित अंबागढ़ चौकी क्षेत्र में कई जगहों पर अवैध रुप से रेत बंडारण करने की जानकारी सामने आई है।

सिर्फ 6 लोगों के पास है रेत भंडारण की अनुमति
खनिज विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में रेत भंडारण करने का का परमिशन सिर्फ 6 लोगों द्वारा ही ली गई है। इसमें वैभव गोलछा, अभिनव तिवारी, चिन्मय डाकलिया, आकाश साहू, सागर वर्मा और ताज ट्रेडर्स शामिल है। जबकि जिले में दर्जनों लोगों द्वारा कई जगहों पर अवैध रुप से रेत बंडारण कर उंची कीमत में रेत बेचा जा रहा है। बताया जा रहा है कि खनिज विभाग के अवैध रुप से रेत भंडारण की जानकारी है। बावजूद खनिज विभाग द्वारा अब तक अवैध रुप से रेत भंडारण की एक भी कार्रवाई नहीं की गई है। रेत माफियाओं द्वारा बिना अनुमति के रेत भंडारण कर मोटी कमाई की जा रही है।

सडक़ों पर कार्रवाई, डंप जगह पर झांक नहीं रहे
खनिज विभाग की टीम द्वारा सडकों पर परिवहन कर रहे वाहनों पर कार्रवाई कर खानापूर्ति की जा रही है, लेकिन डंप वालों जगहों पर झांकने फूर्सत नहीं है। बताया जा रहा है कि रेत डंप करने वाले बड़े व्यापारी है और इन लोगों पर कार्रवाई करने खनिज विभाग हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। खनिज विभाग की टीम कार्रवाई का दिखावा करने छोटे व्यापारियों के वाहनों पर पकड़ कर कार्रवाई कर अपना टारगेट पूरा करने में जुटी है, जबकि बड़े व्यापारी डंप के रेत से लाखों की अवैध कमाई कर रहे हैं।

मजबूरी में अधिक दाम पर लोग खरीद रहे रेत
पिछले कुछ दिनों से रेत की खदानें बंद हो गई है। जरुरतमंद लोग तीन से चार गुणा अधिक कीमत पर रेत खरीदने मजबूर है। जिला प्रशासन द्वारा जरुरतमंदों को राहत देने रेत की कीमत तय किया गया है। बावजूद इसके माफिया बिना परमिशन के रेत डंप कर कई गुणा अधिक मुनाफा कमा रहे है। खनिज विभाग की अनदेखी की वजह से जरुरतमंद लोगों को रेत का कई गुणा अधिक दाम चुकाना पड़ रहा है।

खनन पर रोक और परिवहन जारी
खनिज विभाग ने मानसून की दस्तक को देख जिले के रेत खदानों में खनन पर रोक लगा दी है। इसके बाद भी वनांचल के रेत खदान में खनन चल रहे हैं। यही नहीं रेत खदानों से रेत का परिवहन भी जारी है। नदियों में निकाले गए रेत को ठेकेदार व माफिया रेत निकलवा ही रहे हैं। जिसे देखने वाला कोई नहीं है। खनिज विभाग के अफसर भी खदानों को झांकने तक नहीं पहुंच हैं, जिसके कारण रेत खदानों में मनमानी चल रही है। इस संबंध में जानकारी लेने जिला खनिज अधिकारी राजेश माल्वे से उनके मोबाईल पर दो बार संपर्क किया गया, लेकिन अधिकारी ने फोन रिसिव करना भी मुनासिफ नहीं समंझा। पिलहाल खनिज विभाग की शह पर ही जिले में अवैध रुप से रेत तस्करी के बाद भंडारण का खेल चल रहा है।

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