रायपुर छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार ने ढ़ाई साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है। इसके साथ ही विपक्षी पार्टियां सरकार को चुनावी वादों को लेकर घेरने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस ने 2018 के विधानसभा चुनाव में अपने जन घोषणा पत्र में 36 वादे किए गए थे। पार्टी दावा कर रही है कि इसमें से आधे से ज्यादा वादे पूरे कर लिए गए हैं। वहीं, मार्च में संपन्न हुए विधानसभा के बजट सत्र में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया था कि अब तक 14 वादे पूरे हो गए हैं और 22 अपूर्ण हैं।
शपथ ग्रहण के दो घंटें के भीतर तीन वादे किए पूरे
भूपेश बघेल ने अपने दो सहयोगियों टीएस सिंहदेव और ताम्रध्वज साहू के साथ शपथ ग्रहण करने के दो घंटें के भीतर ही तीन वादे पूरे कर दिए थे। इनमें 2500 स्र्पये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी, किसानों की अल्पकालीन ऋण माफ और झीरमघाटी की घटना की जांच के लिए एसआइटी का गठन शामिल है।
शराबबंदी बना बड़ा मुद्दा
कांग्रेस के 36 चुनावी वादों में राज्य में पूर्ण शराबबंदी भी शामिल है। इस वादे को पूरा करने के लिए सरकार ने तीन कमेटी बनाई है। इसके माध्यम से शराबबंदी लागू करने वाले राज्यों के साथ ही इसके सामाजिक व अन्य प्रभावों का अध्ययन किया जा रहा है। सरकार को घरने के लिए विपक्ष ने इस बड़ा मुद्दा बना रखा है। सरकार कह रही है कि अचानक शराबबंदी नहीं कर सकते इसलिए पहले अध्ययन करा रहे हैं।
भत्ता और पेंशन बढ़ोतरी के वादों पर अमल बाकी
चुनावी वादों बेरोजगारों को मासिक भत्ता, विभिन्न सामाजिक पेंशन योजना की राशि में वृद्धि भी शामिल था। बेरोजगारी भत्ता देने के लिए सरकार ने उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल की अध्यक्षता में अंतरविभागीय समिति का गठन कर रखा है। समिति की अब तक दो बैठक हुई है। इस बीच सरकार ने बेरोजगारों के संबंध में जिलों से जानकारी एकत्र करनी शुरू की है।
वादे पूरे करने में अव्वल
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार ने ढाई साल में जनता से किये 36 बिंदुओं में से आधे से अधिक वादों को पूरा कर कीर्तिमान रचा है। गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का सपना साकार हो रहा है। वादा निभाने में भूपेश सरकार अव्वल है। ढाई साल के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ खुशहाल हुआ है, किसान आर्थिक रूप से मजबूत हुआ हैं।