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अंग्रेजों से माफी मांगने वाले विचारधारा से जुड़े लोगों को आजादी की बात शोभा नहीं देती-विभा

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त्याग बलिदान की पर्याय है कांग्रेस और गांधी-विभा साहू

राजनांदगांव(दावा)। प्रदेश महिला कांग्रेस की महासचिव श्रीमती विभा साहू ने भाजपा की राष्ट्रीय नेत्री सुश्री सरोज पांडे के भारत में दूसरी आजादी दिलाने वाले बयान पर पलटवार करते हुए और करारा जवाब देते हुए कहा कि अंग्रेजों से माफी मांगने वाले विचारधारा से जुड़े लोगों को आजादी के बाद शोभा नहीं देती। जिस दल के लोगों ने देश के लिए उंगली नहीं कटवाई, वे आज किस मुँह से देश की जनता को दूसरी आजादी दिलाने की बात कह रहे हैं, जबकि इतिहास साक्षी है। कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता और गांधी ने अपने खून का कतरा बहा कर देश को आजादी की लड़ाई लड़ी और आजादी दिलाई है।
विभा साहू ने कहा भाजपाई आत्म चिंतन करें कि अंग्रेजों से किस विचारधारा के नेता ने लिखित में माफी मांगी थी? राष्ट्रीय आजादी आंदोलन के नेतृत्वकर्ता राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या किस विचारधारा से जुड़े व्यक्ति ने किया था? जो लोग आज इंदिरा जी के आपातकाल की बात कर रहे हैं वे यह मत भूलें कि 1971 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी के नेतृत्व में युद्ध जीतने के बाद भाजपा के नेता अटल बिहारी वाजपेई जी ने ही लोकसभा में इंदिरा गांधी जी को दुर्गा कहा था। विभा साहू ने कहा कांग्रेस पार्टी के बैनर तले ही आजादी की लड़ी गई थी जिसमें हजारों लाखों देशवासी शहीद हुए है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, श्रीमती इंदिरा गांधी, राजीव गांधी ने भारत देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है। आजाद भारत के प्रथम प्रधानमंत्री के रूप में पंडित जवाहरलाल नेहरू ने देश को मजबूत लोकतंत्र दिया। जिसके नक्शे कदम पर चल कर श्रीमती इंदिरा गांधी ने विश्व में महाशक्तिशाली भारत और राजीव गांधी ने आधुनिक भारत का निर्माण किया। अब श्रीमती सोनिया गांधी और राहुल गांधी जी के नेतृत्व में कांग्रेसी देश सेवा में जुटे हुए हैं और देश के लिए मर मिटने के लिए तैयार है।
विभा साहू ने कहा विरोधी कितना भी विरोध करें, कांग्रेस देश का एक इतिहास है जिसको हमारी आने नई पीढ़ी किताबों में पढ़ती है और उनका अनुसरण करते हुए राजनीति में आकर हजारों लाखों लोग देश सेवा में जुट जाते हैं जबकि भारतीय जनता पार्टी धर्म जाति के नाम पर राजनीति करती है। देश की जनता सामंतवादी ताकतों को भलीभांति जान चुकी है और आगामी चुनाव में फिर से एक बार गांधी को देश का नेतृत्व देने के लिए तैयार एवं तत्पर है।

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