जबलपुर । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जबलपुर में निर्मित ब्लैक फंगस के इंजेक्शन देश और दुनिया में मरीजों की जान बचाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत का जो सपना संजोया है उसके तहत आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश की दिशा में हम कदम बढ़ा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आज गर्व से भरा हूं जबलपुर की जनता और इंजेक्शन बनाने वाली कंपनी रेवा क्योर लाइफ साइंसेज को हृदय से बधाई देता हूं।
उन्होंने कहा कि रेवा क्योर लाइफ साइंसेज कंपनी मां नर्मदा के आशीर्वाद से मरीजों की जान बचाई की मां नर्मदा के नाम से स्थापित कंपनी जिंदगी बचाने का इंजेक्शन बनाएगी। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की एकमात्र फार्मा कंपनी है जो ब्लैक फंगस के इंजेक्शन बना रही है। मुख्यमंत्री ने उमरिया-डुंगरिया स्थित रेवा क्योर लाइफ साइंसेज द्वारा निर्मित एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन का वर्चुअल लोकार्पण किया।
उन्होंने कहा कि इंजेक्शन का निर्माण अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुसार किया जाए। मुख्यमंत्री ने कोरोना की दूसरी लहर में एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन की आवश्यकता और उसकी आपूर्ति को लेकर हुई परेशानी का जिक्र करते हुए कहा कि कई बार आपदा अवसर बन जाती है। इस इंजेक्शन के लिए अब बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मुख्यमंत्री ने कंपनी द्वारा कैंसर मरीजों के उपचार में उपयोगी कीमोथेरेपी इंजेक्शन के निर्माण पर खुशी जताई। इस दौरान संभाग आयुक्त बी चंद्रशेखर, कलेक्टर कर्मवीर शर्मा, कंपनी के डायरेक्टर रवि सक्सेना, नीति भारद्वाज, त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ राजीव सक्सेना, डॉ. राजेश धीरवानी, अमिता सक्सेना सहित अन्य उपस्थित रहे।
आठ हजार तैयार, 30 हजार की तैयारी: इस दौरान क्राइसिस मैनेजमेंट के सदस्य डॉ जितेंद्र जामदार ने कहा कि कंपनी ने पहली खेप में 8000 एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन का निर्माण किया है तथा 30000 इंजेक्शन के निर्माण के लिए उपयोगी कच्चा माल मौजूद है। डॉक्टर जामदार ने बताया कि मुख्यमंत्री के प्रयासों से 48 घंटे के भीतर इंजेक्शन निर्माण के लिए लाइसेंस जारी किया गया था। सांसद राकेश सिंह की भूमिका को नहीं भुलाया जा सकेगा।
विश्व स्वास्थ्य संगठन व यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी से मान्यता : एमडी सक्सेना ने बताया कि कंपनी विश्व स्वास्थ्य संगठन व यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी से मान्यता प्राप्त है। जबलपुर में इंजेक्शन का निर्माण शुरू होने से मरीजों को राहत मिलने लगेगी। इंजेक्शन पर उन्हें कम खर्च करना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि कुछ बड़ी कंपनियों से चर्चा चल रही है। अनुबंध होने पर कंपनियों के साथ मिलकर लाइपोजोमल इंजेक्शन का निर्माण किया जाएगा। इससे इंजेक्शन की कीमत अपेक्षाकृत कम हो जाएगी। विदित हो कि एमडी सक्सेना वरिष्ठ चर्म एवं त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. राजीव सक्सेना के भाई हैं।
जामदार बोले प्रदेश के लिए बड़ी उपलिब्ध : नर्सिंग होम एसोसिएशन के अध्यक्ष व इंजेक्शन निर्माण की प्रकिया के सूत्रधार डॉ. जितेंद्र जामदार ने कहा कि यह योजना प्रदेश के लिए बड़ी उपलिब्ध है। उन्होंने विगत दिवस जिला क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा की थी। जिसके बाद इंजेक्शन के निर्माण के लिए आवश्यक लाइसेंस जारी होने की प्रक्रिया ने जोर पकड़ा। उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस के उपचार में उपयोगी इंजेक्शन के उत्पादन से न सिर्फ जबलपुर बल्कि समूचे प्रदेश के मरीज लाभांवित होंगे।