रायपुर । पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टीएस सिंहदेव ने मंत्रालय में विभागीय योजनाओं की समीक्षा की। दिनभर चली बैठक में मनरेगा, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, रूर्बन मिशन, स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) तथा पंचायत संचालनालय के कार्यों की प्रगति की जानकारी ली।
टीएस सिंहदेव ने बैठक में मनरेगा के तहत नरवा उपचार के अब तक हुए कार्यों के प्रभावों का आकलन करने के निर्देश दिए। उन्होंने नरवा उपचार के बाद जल की उपलब्धता को देखते हुए सिंचित रकबे में बढ़ोतरी, द्विफसलीय रकबे में वृद्धि और जल स्तर में सुधार जैसे बिंदुओं पर इनका मूल्यांकन करने को कहा। उन्होंने प्रस्तावित नरवा उपचार के कार्यों के लिए डीपीआर तैयार करने के लिए जल्द स्वीकृति प्रदान करने को भी कहा। उन्होंने वन विभाग से समन्वय कर वन क्षेत्रों में नरवा उपचार के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।
सिंहदेव ने राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन और गोठानों में महिला स्वसहायता समूहों द्वारा स्वरोजगार के माध्यम से महिलाओं की आमदनी बढ़ाने वाली गतिविधियां पर्याप्त संख्या में संचालित करने के निर्देश दिए। रोजगारमूलक गतिविधियों में शामिल प्रत्येक महिला को हर महीना कलेक्टर दर के बराबर आय होनी चाहिए।
उन्होंने गोठानों को आर्थिक रूप से स्वावलंबी इकाइयों के रूप में विकसित करने को कहा। मंत्री ने प्रदेशभर में संचालित 15 मल्टी यूटिलिटी सेंटर्स के गतिविधियों की भी जानकारी ली। बैठक में बताया गया कि इन सेंटर्स में महिलाओं के स्वरोजगार के लिए 101 तरह की गतिविधियां संचालित की जा रही है। इनके जरिए 201 स्वसहायता समूहों की एक हजार 477 महिलाओं को रोजगार मिल रहा है। इन सेंटर्स में निर्मित उत्पादों की बिक्री से चार करोड़ 86 लाख रुपये प्राप्त हुए हैं।