प्रेसवार्ता में जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष ने कहा- खाद की किल्लत मोदी सरकार की देन
राजनांदगांव(दावा)। खाद बीज की किल्लत से किसानों को हो रही परेशानी को लेकर भाजपा द्वारा किये गये आन्दोलन को फ्लाप शो बताते हुए जिला सहकारी बंैक के नवनियुक्त अध्यक्ष नवाज खान ने कहा कि जब धान की बोनी पूरी हो गई है। लगभग सभी किसान अपने खेतों में बोता पूरी कर चुके हैं। रोपा कार्य हो चुका है।किसानों द्वारा सोयाबीन बोया जा चुका है। मक्का अरहर लगा दिये गये हैं, तब भाजपाई अचानक नींद से जागकर खाद-बीज के लिए आन्दोलन कर रहे हैं, उनका यह आंदोलन घडिय़ाली आंसू बहाना जैसा है। नवाज ने कहा कि जब बीज बोये जा चुके तो बीज का संकट कैसे? यह बात भाजपाई 28 जुलाई को बोल रहे हैं, जब बीज खेतों में बोये जा चुके। अंकुरण हो चुका है। अब पौधों के बड़े होने की बारी है। नवाज ने कहा कि भाजपा का यह किसान हितैषी होने का किया जाने वाला आंदोलन एक अव्यावहारिक बात का संकट है, जो ऐसे लोगों द्वारा उठाया गया है, जो किसान नहीं है।
प्रेसवार्ता लेते हुए जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष श्री खान ने कहा कि भाजपा के 15 साल के राज में किसानों के हित की बात नहीं सूझी। किसानों को सिर्फ बरगलाने का काम किया। 2008 में भाजपा के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने किसानों को धान का 270 रूपए बोनस देने को कहा था, उसे आखिरी तक नहीं दिये। 2013 में 21 सौ रूपये समर्थन मूल्य में धान खरीदने व 300 रू. बोनस देने की बात की थी, उसे भी नहीं दिया गया। भाजपा की किसान विरोधी नीति से तंग आकर किसानों ने आत्महत्या की। डॉ. रमन सिंह के क्षेत्र में उनके बेटे सांसद अभिषेक सिंह के जिले में बड़ी संख्या में किसान आत्महत्या को मजबूर हुए। श्री खान ने पूर्व सांसद अभिषेक सिंह को खुली चुनौती देते हुए कहा कि पनामा कांड में उनके नाम आने पर आज तक क्यों कुछ भी नहीं बोले? गरीबों का पैसा पनामा में गया, नान घोटाला में गया। सीएम मैडम कौन है- इस सम्बंध में डॉ. रमन सिंह मौन है।
नवाज खान ने कहा कि जिस दिन से छत्तीसगढ़ प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी है, तब से किसान हितैषी भूपेश बघेल सरकार ने किसानों को कर्ज से उबारने का काम किया है। राजीव न्याय योजना के अंतर्गत किसानों को लाभ दिया जा रहा है। किसान डॉ. रमन सिंह से धानका समर्थन मूल्य 2100 रूपये व बोनस 300 रूपये की मांग करते थे। इसलिए उन्हेें लाठी से पिटवाया। आन्दोलन कारियों को गिरफ्तार करती जेल भेजती थी। भूपेश बघेल की सरकार ने उन पर लगे मुकदमे वापिस लिए। शपथ लेते ही किसानों का कर्जा माफ किया। 25 सौ रूपये समर्थन मूल्य में धान खरीद कर किसानों को लाभ दिया। प्रदेश में धान का रकबा बढ़ा। उत्पादन भी बढ़ी। भर्री को धनहा बनाया गया। खेतों में बोर करवाए गये। भूपेश सरकार ने किसानों को सब्सिडी, बिजली में सब्सिडी दी ताकि उनकी आय दुुगुनी हो सके।
नवाज भाई ने भाजपा के खाद बीज संकट के नाम पर किये जा रहे किसान विहिन धरना रूपी नौटंकी को घडिय़ाली आंसू करार देते हुए सिरे से खारिज किया व कहा कि मोदी सरकार की किसान विरोधी नीति के कारण छ.ग. में खाद संकट है। मोदी सरकार निरंतर छत्तीसगढ़ सरकार के साथ पक्षपात कर राज्य की अन्नदाता किसानों के साथ अन्याय करने पर तुली हुई है। उन्होंने बनाया कि राज्य सरकार द्वारा समय के पूर्व ही 12 लाख मीट्रिक टन खाद की मांग केन्द्र सरकार से की थी किन्तु सरकार ने मात्र 45′ खाद की सप्लाई कर प्रदेश के किसानों की खेती को बोनी सहित फसल को प्रभावित करने की साजिश की है। पूरे देश में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली छग की सरकार ही पहली ऐसी सरकार है जो किसानों के साथ न्याय कर रही है। गत वर्ष नांदगांव व कवर्धा जिला को मिलाकर 130086.4 मीट्रिक टन खाद का भंडारण किया गया था। जो इस वर्ष मात्र 79625.6 मिट्रिक टन ही तक हो पाया है। इस तरह दोनों जिले मिलाकर 35922.2 मीट्रिक टन खाद की कमी बनी हुई है।
नवाज ने भाजपाइयों की वर्मी कम्पोस्ट की बाध्यता को समाप्त किये जाने की मांग को गरीब विरोधी बताते हुए कहा कि व्यापारियों, उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने की नीयत से ऐसा किया जा रहा है जबकि गोबर से बनने वाले वर्मी कम्पोस्ट खाद से गोपालको को फायदा हो रहा है। गरीब की जेब में सीधे पैसे जा रहा है इससे भाजपाइयों को नागवार गुजर रहा है। वर्मी कम्पोस्ट खाद सोसायटियों के माध्यम से खेती में जाएगा। डीएपी पोटाश, युरिया की मात्रा कम लगेगी। विषैले रसायन विहिन फसले होगी। भूपेश सरकार की योजना जैविक खेती को बढ़ावा देना है। इसका विरोध कर भाजपा पारम्परिक खाद व गाय के पवित्र गोबर के साथ गौपालकों को होने वाले लाभ का विरोध किया है जिससे साफ पता चलता है कि भाजपा के लोग किसान विरोधी है। प्रेसवार्ता में वरिष्ठ कांग्रेसी रमेश खण्डेलवाल प्रवक्ता रूपेश दुबे व जिला सहकारी बैंक के सीईओ सुनील वर्मा उपस्थित थे।