राजनांदगांव । केंद्र के मोदी सरकार ने खाद आबंटन के में कोई भेदभाव नहीं किया है, राज्य की भूपेश बघेल सरकार खाद आवंटन का वितरण किसानों को सही ढंग से नहीं कर पाया जिसके वजह से राज्य में खाद संकट उत्पन्न हुआ है, जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 09 के जिला पंचायत सदस्य व आबकारी विभाग समिति के सलाहकार राजेश श्यामकर ने नवनियुक्त जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अध्यक्ष नवाज खान के बयान पर पलटवार करते हुए बताया कि राज्य में खाद संकट के लिए राज्य सरकार स्वयं जिम्मेदार है, क्योंकि केंद्र के मोदी सरकार किसान हितेषी होने के वजह से राज्यों को खाद का वितरण में भेदभाव कभी नहीं किया और किसानों को देखते हुए राज्य को भरपूर खाद का वितरण किया गया है, लेकिन राज्य सरकार खाद का वितरण सही ढंग से नहीं करने के कारण किसानों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा है, सोसायटी ओं के माध्यम से खाद वितरण में विलंब होना भी एक कारण है, जिसके लिए राज्य की भूपेश बघेल सरकार स्वयं जिम्मेदार है।
श्री श्यामकर ने आगे बताया कि राज्य में खाद संकट के अलावा ऐसे कई योजनाएं राज्य सरकार के द्वारा चलाया जा रहा है, जिनका लाभ किसानों और आमजन को नहीं मिल पा रहा है, जिनके लिए कांग्रेस सरकार के चुने हुए जनप्रतिनिधि की नाकामी साफ देखने को मिल रहा है, जिसका उदाहरण खाद संकट के लिए स्वयं राज्य सरकार जिम्मेदार होने के अलावा इनके चुने हुए जनप्रतिनिधि भी किसानों के हितेषी अब तक नहीं बन पाए जिनका खामियाजा खाद संकट के रूप में किसानों को भुगतना पड़ रहा है, कांग्रेसी नेता अखबार में सुर्खियां बटोरने के लिए अनगर्ल बयान बाजी कर रहे हैं, जिसको छत्तीसगढ़ की जनता भली-भांति जान और समझ रहे हैं, अभी जबकि किसानों को खाद की कमी हो रहे हैं तब राज्य केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहा है, जबकि ऐसा नहीं है, केंद्र सरकार राज्य को खाद वितरण के अलावा सभी प्रकार की सुविधा आम जन तक पहुंचाने के लिए समय-समय पर केंद्र सरकार के द्वारा कई योजनाएं लागू किया गया जिनका लाभ आमजन तक पहुंचाने में राज्य सरकार सफल नहीं हो पा रहा है, जिनका खामियाजा छत्तीसगढ़ की भोली भाली जनता को भुगतना पड़ रहा है।